कमलनाथ सरकार ने मध्यप्रदेश सचिवालय को "दलालों का अड्डा" बना दिया था: शिवराज चौहान
उन्होंने कहा, "सिंधिया जैसे लोकप्रिय नेता पर अंगुली उठाने वाले लोग पहले अपने गिरेबां में झांककर देखें। सिंधिया अब भाजपा में हैं और प्रदेश के विकास के लिये हम मिलकर काम करेंगे।"
इंदौर. मध्यप्रदेश में कमलनाथ की अगुवाई वाली पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर तीखा हमला करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को आरोप लगाया कि इस सरकार ने प्रदेश सचिवालय को दलालों का अड्डा बना दिया था और इस शीर्ष दफ्तर में हर दिन धन के लेन-देन की बात होती थी।
चौहान ने संवाददाताओं से कहा, "पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने प्रदेश की जनता को धोखा देते हुए किसान कर्ज माफी और अन्य चुनावी वादे नहीं निभाये। इस सरकार ने प्रदेश के सचिवालय को दलालों का अड्डा बना दिया था।" उन्होंने कहा, "कांग्रेस के पिछले राज में प्रदेश सचिवालय में रोज पैसों के लेन-देन की बात होती थी। ठेकेदार सरीखे लोग इस दफ्तर में डटे रहते थे, जबकि (तब सत्तारूढ़) कांग्रेस के विधायक मुख्यमंत्री (कमलनाथ) से मिल नहीं पाते थे।"
कांग्रेस के बागी विधायकों के पाला बदल के कारण केवल 15 महीने चल सकी कमलनाथ सरकार पर निशाना साधते हुए चौहान ने आरोप लगाया, "मैं बड़ी तकलीफ के साथ कह रहा हूं कि राज्य में कांग्रेस के पिछले राज के दौरान ऐसे दलाल पैदा हो गये थे जो पैसों के बदले सरकार से काम कराने का दम भरते थे।"
सूबे की 24 विधानसभा सीटों पर आगामी उपचुनावों से पहले वरिष्ठ भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के खिलाफ कांग्रेस के बढ़ते हमलों पर मुख्यमंत्री ने कहा, "कांग्रेस के तत्कालीन विधायक सिंधिया की अगुवाई में कांग्रेस से परेशान होकर भाजपा में आये, क्योंकि इन नेताओं का मानना था कि अगर तत्कालीन सरकार (कमलनाथ सरकार) चली, तो प्रदेश पूरी तरह तबाह हो जायेगा।" उन्होंने कहा, "सिंधिया जैसे लोकप्रिय नेता पर अंगुली उठाने वाले लोग पहले अपने गिरेबां में झांककर देखें। सिंधिया अब भाजपा में हैं और प्रदेश के विकास के लिये हम मिलकर काम करेंगे।"
चौहान ने वरिष्ठ कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह को निशाने पर लेते हुए कहा, "मैं दिग्विजय से पूछना चाहता हूं कि उन्होंने (राज्य की तत्कालीन कांग्रेस सरकार की मजबूती को लेकर) कमलनाथ को धोखे में क्यों रखा? राजा साहब (दिग्विजय) यह कहते हुए छाती ठोककर घूमते रहे कि उनके पास कई विधायक हैं और कमलनाथ के पांव तले कब जमीन खिसक गयी, पता ही नहीं चला।"
चौहान, सूबे के गृह और स्वास्थ्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा के घर हाल ही में नाश्ता करने गये थे और इसके बाद से सियासी अटकलों का बाजार गर्म है। इस बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने जवाब दिया, "मिश्रा पिछले कई दिनों से मुझे नाश्ते पर अपने घर बुला रहे थे। मैं अपने कैबिनेट साथी के घर नाश्ता करूं, तो इसमें भला किसी व्यक्ति को क्या आपत्ति हो सकती है?"