भोपाल: कांग्रेस नेता और मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह (Digvijay Singh) के ट्वीट को लेकर सियासत तेज हो गई है। ये मामला एक फर्जी फोटो को सोशल मीडिया पर पोस्ट करने और फिर उसे डिलीट करने को लेकर है। इसी मामले में बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने दिग्विजय सिंह पर निशाना साधा और कहा, 'दिग्विजय सिंह ने हमेशा साजिश की है। उनका ट्वीट देश के माहौल को बिगाड़ने की एक अंतरराष्ट्रीय और आपराधिक साजिश से जुड़ा है। इंटेलिजेंस को इसकी जांच करनी चाहिए। सोनिया गांधी ने उन्हें मीडिया पर दिखने के लिए आंदोलन का प्रभारी बनाया है।'
गौरतलब है कि दिग्विजय सिंह के खिलाफ धारा 153-ए, 295ए (जानबूझकर और दुर्भावनापूर्ण कृत्य, जिसका उद्देश्य किसी भी वर्ग की धार्मिक भावनाओं को उसके धर्म या धार्मिक विश्वासों का अपमान करना है), 465, और 505(2) के तहत प्राथमिकी दर्ज की जा चुकी है।
दरअसल पूरा मामला कुछ इस तरह है कि मध्य प्रदेश के खरगौन में 10 अप्रैल को राम नवमी के मौके पर एक शोभायात्रा निकली थी, जिस पर कुछ लोगों ने पथराव कर दिया था। इसके बाद इस इलाके में हिंसा फैल गई थी और जनता और पुलिसकर्मी समेत 20 लोग घायल हो गए थे। इस घटना के बाद दिग्विजय सिंह ने एक फोटो सोशल मीडिया पर पोस्ट की थी। इस फोटो में कुछ युवक मस्जिद पर झंडा फहराते हुए नजर आ रहे थे और इस फोटो के कैप्शन में उन्होंने लिखा था कि क्या खरगोन प्रशासन ने हथियारों को लेकर जुलूस निकालने की इजाजत दी थी?
हालांकि बाद में ये जानकारी सामने आई कि ये फोटो खरगौन की नहीं थी बल्कि बिहार की थी। इसके बाद दिग्विजय ने ट्वीट डिलीट कर दिया।