मध्य प्रदेश में शुक्रवार के दिन चुनावी त्योहार मनाया जा रहा है। राज्य की 230 विधानसभा सीटों पर चुनाव के लिए सुबह से वोटिंग जारी है। बता दें कि इस चुनाव का परिणाम 3 दिसंबर को आएगा। भाजपा की ओर से इस चुनाव में किसी को भी सीएम पद का उम्मीदवार घोषित नहीं किया गया है। यही कारण है कि सीएम पद के लिए कई दिग्गजों के नाम बार-बार सामने आ रहे हैं। इन चर्चाओं के बीच केंद्रीय मंत्री और मध्य प्रदेश के दिग्गज नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बड़ा बयान दिया है।
कौन होगा सीएम?
दरअसल, मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में भाजपा सत्ता में है और शिवराज सिंह चौहान काफी सालों से राज्य के सीएम का पद संभाल रहे हैं। हालांकि, भाजपा ने इस बार के चुनाव में किसी को भी सीएम का चेहरा नहीं बनाया है और सामूहिक नेतृत्व में चुनाव लड़ने की बात कही है। इसके साथ ही पार्टी ने प्रह्लाद पटेल, नरेंद्र सिंह तोमर, कैलाश विजयवर्गीय जैसे कई दिग्गज केंद्रीय मंत्रियों और नेताओं को चुनावी मैदान में उतारा है। इसलिए कयास लगाए जा रहे हैं कि पार्टी इस बार जीतती है तो किसी नए चेहरे को सीएम का पद सौंप सकती है।
क्या बोले सिंधिया?
सिंधिया के समर्थक लंबे समय से उन्हें मध्य प्रदेश का सीएम बनाने की मांग करते आए हैं। जब उनसे इस मुद्दे पर पूछा गया तो उन्होंने कहा कि मैंने हमेशा कहा है कि मैं मुख्यमंत्री की दौड़ में नहीं हूं, मैं कभी भी दौड़ में नहीं था, ना 2013, ना 2018 और ना ही 2023 में। सिंधिया ने कहा कि मेरी रेस पीएम के विकास की है। उन्होंने कहा कि कुर्सी की रेस कांग्रेस की है।
सीएम शिवराज क्या बोले?
जब शिवराज से सीएम बनने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा- "हम एक बड़े मिशन के अंग है और मिशन तय करता है कौन कहां काम करेगा। हमारा काम अपनी पार्टी को कार्यकर्ता के नाते जितना है और हम अपनी पार्टी को ध्यान में रखते हुए काम करते हैं। अच्छा कार्यकर्ता की तरह जो मुझे ड्यूटी दी जाए मैं उसका पालन करूंगा। मेरा मिशन शक्तिशाली गौरवशाली भारत का मिशन है"।
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