मध्य प्रदेश चुनाव में कौन होगा मुख्यमंत्री का चेहरा, BJP व कांग्रेस पार्टी के नेताओं में छिड़ी बहस
मध्य प्रदेश में 7 महीने बाद विधानसभा चुनाव होने हैं। ऐसे में समय से पहले ही बीजेपी व कांग्रेस दोनों पार्टियों के नेताओं में बहसबाजी शुरू हो गई है। दिग्गज नेताओं ने सीएम फेस चुन लिया है। जानें किन्हें चुना सीएम उम्मीदवार.....
भोपाल: 2023 के विधानसभा चुनाव चुनाव की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है ,7 महीने का समय बाकी है ऐसे में प्रदेश की सत्ता के सिंहासन के लिए होने वाले युद्ध में भाजपा और कांग्रेस दोनों में किसके चेहरे पर चुनाव लड़ा जाएगा। इसका फैसला आलाकमान ने किया हो न किया हो, लेकिन दोनों पार्टियों के दिग्गजों ने जरूर कर दिया है। हैरानी की बात यह रही दोनों दलों के दिग्गजों ने अपने-अपने सीएम फेस का ऐलान एक ही दिन किया। दिग्विजय सिंह ने विदिशा के शमशाबाद में सोमवार को दोपहर में पत्रकारों के सवाल कि 2023 के चुनाव में मुख्यमंत्री पद का कांग्रेस का चेहरा कौन होगा। इसके जवाब में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने कहा हमारा एक ही चेहरा है कमलनाथ। वहीं, सोमवार को जबलपुर में भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने भी कहा भाजपा ने तय किया है चुनाव शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में लड़ा जाएगा।
राज्य में सियासी हलचल तेज
कांग्रेस और भाजपा के दो दिग्गजों के इन बयानों के सामने आने के बाद सियासी हलचल तेज हो गई। गाहे-बगाहे जहां भाजपा में चुनाव के पहले गुजरात फार्मूला यानी मुख्यमंत्री को बदले जाने की बात सामने आती रही है तो कमलनाथ को भावी मुख्यमंत्री बताने की बात पर कांग्रेस के दिग्गज अरुण यादव और अजय सिंह आपत्ति दर्ज कर चुके हैं। यह पहली बार नहीं है जब कांग्रेसी दिग्गजों ने 2023 के चुनाव से ठीन पहले बिना आलाकमान की मर्जी के कमलनाथ को मुख्यमंत्री पद का चेहरा बताते हुए भावी मुख्यमंत्री बताया हो। मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने खुलकर नए साल में अपनी तमाम जिला आध्यक्षों बड़े नेताओं को होर्डिंग बैनर में कमलनाथ की फोटो के साथ भावी मुख्यमंत्री लिखवाने का निर्देश दे चुकी है। वहीं, कार्यकारी अध्यक्ष जीतू पटवारी हो या पूर्व मंत्री पीसी शर्मा सभी खुलकर कमलनाथ को भावी मुख्यमंत्री बता चुके हैं। हालांकि इंडिया टीवी के सवाल पर मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रभारी जेपी अग्रवाल ने साफ किया था कांग्रेस में मुख्यमंत्री कौन बनेगा इसका फैसला आलाकमान लेता है।
मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा?
जाहिर है चुनाव में कांग्रेस की तरफ से मुख्यमंत्री का चेहरा कौन होगा इसकी आधिकारिक घोषणा आलाकमान से अभी तक नहीं हुई हो लेकिन विदिशा के शमशाबाद पहुंचे दिग्विजय सिंह ने पत्रकारों के सवाल के जवाब में कहा कि कांग्रेस चुनावों में 116 से ज्यादा सीटें जीतेगी और हमारा एक ही चेहरा है कमलनाथ। वहीं, भाजपा की तरफ से 16 सालों से मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री पद का दायित्व संभाल रहे शिवराज सिंह चौहान 4 बार मुख्यमंत्री बन चुके हैं। मामा के रूप में प्रदेश के सभी जिलों में सर्वमान्य पहचान बना चुके शिवराज सिंह चौहान, भाजपा के लिए चुनाव जिताने का सटीक फार्मूला है। यही वजह है जबलपुर में पत्रकारों द्वारा चुनाव के पहले नेतृत्व परिवर्तन के कयास पर सवाल पूछे जाने पर अपने ही अंदाज में कैलाश विजयवर्गीय ने कहा नेतृत्व परिवर्तन की बात पत्रकार करते हैं भारतीय जनता पार्टी तय कर चुकी है चुनाव शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में लड़ा जाएगा।
कमलनाथ को सियासी टक्कर कोई नहीं
मध्य प्रदेश की कांग्रेसी राजनीति में ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाजपा में चले जाने के बाद कमलनाथ को सियासी टक्कर देने वाला कोई भी कद्दावर नेता नहीं बचा है। दिग्विजय सिंह 2018 के चुनाव की तरह 2023 के चुनाव में भी किंगमेकर की भूमिका में है। वहीं, भाजपा के सियासी परिदृश्य में शिवराज सिंह चौहान की प्रदेश भर में स्वीकार्यता के चलते नरेंद्र सिंह तोमर कैलाश विजयवर्गीय सरेंडर हो चुके हैं तो गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा सीएम इन वेटिंग की पोज़िशन से आगे नहीं बढ़ पा रहे हैं।