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Hindi News मध्य-प्रदेश 'एमपी में चल रही है मोदी लहर, राहुल राजनीति के लिए अनफिट', सीएम मोहन यादव का EXCLUSIVE INTERVIEW

'एमपी में चल रही है मोदी लहर, राहुल राजनीति के लिए अनफिट', सीएम मोहन यादव का EXCLUSIVE INTERVIEW

मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इंडिया टीवी को दिए एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में कहा कि राज्य में मोदी की लहर चल रही है। वहीं उन्होंने राहुल गांधी को राजनीति के लिए अनफिट करार दिया है।

Mohan yadav, CM MP- India TV Hindi Image Source : INDIA TV सीएम मोहन यादव का इंटरव्यू

भोपाल: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इंडिया टीवी को दिए एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में कहा कि मध्य प्रदेश में मोदी की लहर चल रही है और बीजेपी सभी 29 सीटों पर जीत हासिल करेगी। वहीं राहुल गांधी को उन्होंने राजनीति के लिए अनफिट बताया और कहा कि  उनकी कमजोरी है कि वे राजनीति के लायक नहीं हैं। 

सवाल- बड़ी जिम्मेदारी है आपके ऊपर 28 सीटें बचाने का और एक सीट को जीतने का..

मोहन यादव-मुझे इस बात की प्रसन्नता है कि मोदी जी के नेतृत्व में पूरा देश भाजपा मय हो गया है। एमपी में गांव-गांव जिले जिले में मोदी मय वातावरण है। मोदी की लहर चल रही है। हम सारी सीटें जीतने की ओर बढ़ रहे हैं।

सवाल-उत्तर प्रदेश और बिहार ऐसा भाजपा कहती है कि दो परिवार ऐसे हैं जो चांदी का चम्मच लेकर पैदा हुए हैं.. तेजस्वी और अखिलेश

मोहन यादव- भाजपा कार्यकर्ताओं को फर्श से अर्श पर ले आती है। यह मोदी अमित शाह और जेपी नड्डा के समय की पार्टी है। उन्होंने उसकी प्रतिमान को बनाए रखा कि लोकतंत्र में किसी को भी किसी भी पद पर पहुंचने का अधिकार है। मैं खुद इस बात का उदाहरण हूं। मेरे परिवार में कोई सांसद विधायक नहीं है। मैं पार्टी में लगातार काम करते हुए इस पद तक पहुंचा हूं। पार्टी ने पहले मुझे शिक्षा मंत्री और फिर मुख्यमंत्री बनाया।

सवाल-आप चौथी पंक्ति में शामिल थे जब सीएम बनाया गया.. क्या आपको पहले से मालूम था?

मोहन यादव-मैं 100 दिन में साख बनाई दो चरण के फॉर्म भरे जा चुके हैं इसी माह निर्वाचन हो जाएंगे लॉ ऑर्डर हो भाईचारे की बात तो हमने सबको मेंटेन किया नक्सलवाद पर भी हमने कड़ी कार्रवाई की है हमने इंटर स्टेट एविएशन पॉलिसी के तहत एयर एंबुलेंस चालू कर रहे हैं हेली सर्विस चालू कर रहे हैं डिजिलॉकर सभी युवाओं के लिए सुरक्षित रखने के लिए मोबाइल के माध्यम से हमने शुरू किया कई सारे निर्णय लिए जिसके माध्यम से जनता के पास अपील पहुंची है एमपी में बीजेपी की सरकार विकास पर नवाचार करने वाली और दिलों पर छाप छोड़ने वाली सरकार

सवाल-एक यादव को मुख्यमंत्री बनाकर प्रधानमंत्री मोदी ने 1 तीर से कई निशाने साधा है? 

मोहन यादव-जिसकी जैसी दृष्टि वैसी सृष्टि कांग्रेस और विपक्षी दल ने इसी तरीके से काम किया है। लोगों को जातियों में बांटकर देखते हैं। उनकी योग्यता और कर्म नहीं। वे बीजेपी में भी जाति देखते हैं। मैं अपनी पार्टी की बात करता हूं। जहां से मैं चुनकर आया हूं वहां मेरी जाति के 500 वोट भी नहीं हैं। मैं वहां से लगातार जीत रहा हूं। लोकतंत्र में कोी कहीं से भी खड़ा हो..कहीं से भी जीते.. यह देश का माहौल बनना चाहिए। यह मोदी जी ने स्वयं के उदाहरण से भी प्रस्तुत किया है। वे गुजरात से जाकर बनारस में चुनाव लड़े और दो-दो बार जीते। उत्तर प्रदेश जैसे बड़े राज्य में भी आकर चुनाव लड़कर जीत सकते हैं तो इसी प्रकार से कोई भी व्यक्ति कहीं से भी हो.. हर जगह मौका मिलना चाहिए।

सवाल-दिग्विजय सिंह कह रहे हैं कि अबकी बार 400 पार क्यों कह रहे हैं.. सीधे ही क्यों नहीं कहते 543 पार

मोहन यादव- दिग्विजय सिंह हार की हताशा में ऐसा कह रहे हैं। वह भोपाल छोड़कर भाग चुके हैं। पहले उनका रिएक्शन क्या था? उन्होंने कहा था कि पार्टी के कहने पर लड़ रहा हूं वरना चुनाव लड़ने की इच्छा नहीं थी।  भोपाल क्यों छोड़ा..राजगढ़ से भी बुरी तरीके से हार रहे हैं। मैंने कहा है और दोबारा कह रहा हूं वह जबरदस्ती के उम्मीदवार हैं और हमारे जबरदस्त उम्मीदवार हैं।  हम मोदी जी के नेतृत्व में प्रचंड बहुमत से जीतेंगे।

सवाल- दिग्विजय सिंह और भूपेश बघेल कहते हैं की 400 उम्मीदवार खड़े कर दो तो वैलेट पेपर से चुनाव होगा

जवाब- यह ईवीएम पर हमला नहीं हार की हताशा है। यह भागने की बात है यह 400 प्रत्याशी लाकर वोटो का बंटवारा करना चाहते हैं ।इलेक्शन की प्रक्रिया को बिगाड़ना चाह रहे हैं। यह हार का बहाना है। इससे बात नहीं बनेगी। चुनाव में जनता फैसला करती है। वह जनता के बीच में जाएं और अपनी बात रखें। 

सवाल-आप कह रहे हैं अबकी बार 400 पार तो फिर कांग्रेस के लोगों को क्यों तोड़-तोड़ कर ला रहे हैं? 

मोहन यादव--कांग्रेस के लोग जान रहे हैं कि उनके नेतृत्व ने लगातार पार्टी को निराशा में डाल दिया है। जो कांग्रेस देश सेवा करना चाहते हैं वह कांग्रेस और कांग्रेस की नीतियों से संतुष्ट नहीं हैं। मैं आपको उदाहरण से बताना चाहूंगा कि कांग्रेस ने राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण ठुकरा दिया था। लेकिन मध्य प्रदेश समेत के कई कांग्रेसी प्राण प्रतिष्ठा में शामिल हुए। यह क्या बता रहे हैं... यह बता रहे हैं कि कांग्रेस ने राम मंदिर के निमंत्रण को ठुकराकर एक और बड़ी गलती की।

सवाल-दिग्विजय सिंह का कहना है कि वही भाजपा में शामिल हो रहा है जो धंधा कर रहे हैं या दलाली कर रहे हैं

मोहन यादव--इसका मतलब दिग्विजय सिंह मान रहे हैं कि उन्होंने पहले कांग्रेस ने दलाल पाल थे वह पहले धंधा कर रहे थे हमने तो कांग्रेस के अच्छे लोगों को लिया इसका मतलब सारे लोग इसी प्रकार के थे अभी तक 30 35 हजार लोग आ गए और भी आना चाहते

सवाल- कांग्रेस यही तो कहती है आपके पास ईडी समेत तमाम एजेंसियां है इसलिए लोग कांग्रेस छोड़कर आ रहे हैं

मोहन यादव-यह कांग्रेस करती थी। यह कांग्रेस की चाल है। आपातकाल लगाने और जेल में डालने का काम करती थी। हाईकोर्ट ने तत्कालीन प्रधानमंत्री का चुनाव निरस्त कराया था। उसके बावजूद प्रधानमंत्री बनी रहीं और आपातकाल भी लगा दिया। कांग्रेस को तो कहने का अधिकार ही नहीं है। भाजपा ने कभी ऐसा काम नहीं किया जिसके चलते संविधान की कोई मर्यादा टूटे या कानून की मर्यादा टूटे।

सवाल- छिंदवाड़ा में तो आएगा तो कमल ही भले ही वह भाजपा का हो या कांग्रेस का कमल?

मोहन यादव--जीतेगा कमल और जीतेगा कमल का फूल जो भाजपा का राष्ट्रीय चुनाव चिन्ह है। मैंने पहले भी कहा छिंदवाड़ा कांग्रेस का घर नहीं गड़बड़ है। उसने अपनी जवानी क्या दे दी वह जबान से पलट गए। दीपक सक्सेना को कहा कि मैं लोकसभा लड़ाऊंगी। लोकसभा नहीं लड़ाया। वह नहीं आए तो उनका बेटा आ जाए उनकी पत्नी आ जाए। लोकतंत्र में राजशाही नहीं चलेगी। 45 साल के बाद भी अगर कमलनाथ जी ये कहते हैं कि छिंदवाड़ा का विकास करना चाहता हूं इसका मतलब है छिंदवाड़ा का विकास हुआ ही नहीं है। भाजपा के विकास से लोग सहमत हैं और इसी कारण से बड़ी संख्या में लोग आ रहे हैं। छिंदवाड़ा मॉडल भाजपा का हो गया है। अब उससे क्यों घबरा रहे हो? भाजपा ने पूरे प्रदेश में सबका साथ सबका विकास सबका प्रयास के मंत्र को लागू किया और वह दिखाई भी दे रहा है> जनता को और आपका इतना भी कॉन्फिडेंस है तो आप हर मंच पर क्यों रो रहे हो। लोकतंत्र में अपनी बात रखिए विकास की बात रखिए.. रोज रोने से वोट नहीं मिलते और रोने से गरिमा गिरती है।

सवाल-लेकिन कमलनाथ जी तो भाजपा में आ रहे थे झंडा वगैरह भी लग गए थे

मोहन यादव- हमने तो कमल जी की कभी बात नहीं की.. यह कमलनाथ ही बता सकते हैं कि वह आ रहे थे कि नहीं आ रहे थे

सवाल- एक मंत्री ने कहा बीजेपी में कचरा उठाने की कई पेटिया हैं.. गोपाल भार्गव ने कहा कांग्रेसी नेता टप टप करके गिर रहे हैं

मोहन यादव-मूल बात यह है कांग्रेस का नुकसान हुआ है तो कांग्रेस के कारण ही नुकसान हुआ। कांग्रेस ने केवल राजनीतिक दल बनाकर ही काम किया है और एक ऐसे परिवार को आगे कर दिया जिसकी जड़ें परिवार के साथ जोड़ने का समाज के साथ जोड़ने का गरीब के साथ जोड़ने का कोई अनुभव नहीं है। इसके नतीजा कांग्रेस को भुगतना पड़ रहा है। इसके बजाय भाजपा ने निर्मल गंगा की तरह पार्टी बना रखी है। नए कार्यकर्ताओं की आमद भी आती है नए विचारों का स्वागत भी होता है। सबसे बड़ी बात हमारे यहां कार्यकर्ताओं को बढ़ाने का एक तंत्र है। उन्हें बढ़ाने का एक तंत्र आईडियोलॉजी है और उसका इतना बड़ा हार्डवेयर कि वह सब का समावेश कर देती है।

सवाल- राहुल गांधी कहते हैं प्लेइंग फील्ड नही दे रहे हैं, ईडी का इस्तेमाल कर रहे हैं, खाता सीज कर दिया,चुनाव लड़ने के लिए पैसे नहीं हैं

मोहन यादव- देखिए कितने दुर्भाग्य के साथ कहना पड़ रहा है..सवा सौ साल पुरानी पार्टी है लेकिन इतनी सामान्य बात कि इनकम टैक्स के लिए 5-6 साल से वह रिटर्न नहीं भर पा रहा हैं। तो रिटर्न क्यों नहीं भरा रहे हो भाई। रिटर्न भरने का नोटिस जा रहा है।  नोटिस का जवाब नहीं दे रहे हैं।  आपने कहां से चंदा लिया.. कहां खर्च किया... जवाब नहीं दोगे तो इनकम टैक्स विभाग नोटिस देगा ना... न नोटिस का जवाब दोगे और न पेनाल्टी भरोगे तो स्वाभाविक रूप से खाता सीज होगा। कोर्ट में भी जाएंगे। यह चार-पांच-6 साल से चल रहा है। लेकिन आप कानून से ऊपर मानते हो। न इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को समझते हो ना कोर्ट कचहरी को समझते हो।  आपका सामान्य व्यवहार इस प्रकार का होता है। आपकी भाषा शैली ऐसी है कि आपने मोदी जी के खिलाफ जो टिप्पणियां की थी उसपर आपको माफी मांगनी पड़ी। आप सुधारते नहीं हो.. सोनिया गांधी जी ने गलती कर दी। उन्होंने राहुल गांधी का बचपन से मूल स्वभाव नहीं जाना कि वो किस फील्ड के व्यक्ति हैं। वास्तव में वे राजनीति के लिए अनफिट हैं। वे राजनीति के लायक नहीं है और उनको जबरन नेता तीसरी बार भी प्रयास चल रहा है। जो लॉन्च होना नहीं चाहता उसे बार-बार लॉन्च करना चाह रहें हैं।

सवाल-एक रॉकेट और है और वह है अरविंद केजरीवाल.. आपने उसे को भी अपने जेल में डाल दिया आप अकेले ही फील्ड में खेलना चाह रहे हो?

मोहन यादव- केजरीवाल ने झूठ बोलकर अपनी पार्टी बनाई वे उसे पार्टी की संयोजक हैं जिसने कहा हम लोकपाल बिल लेंगे भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ने की बात कही थी। वह बात कहां गई कि हम शराब बंदी करेंगे। अन्ना हजारे ने सार्वजनिक रूप से कहा मैं अरविंद से कहा था कि दूर रहो. उन्होंने गलती कर दी। अब इससे बड़ा प्रमाण क्या चाहिए कि उन्होंने कहा मैं सुरक्षा नहीं लूंगा, बड़ा बंगला नहीं लूंगा,... बड़ा बंगला ले लिया। उन्होंने एक के बाद एक झूठ बोला। पिछले 1 साल से 9 से ज्यादा सम्मान उनको मिले.. दो मंत्री उनके जेल गए।  उन्होंने कहा था अगर किसी भी मंत्री पर आरोप लगा मैं तुरंत जेल भेजेगा। जेल भेजने की बात तो दूर है दो मंत्रियों के लिए हाई कोर्ट से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक कहां-कहां नहीं गए। इतने ठोस प्रमाण थे कि सुप्रीम हाई कोर्ट ने उन्हें बेल नहीं दिया। आप कह रहे हो चुनाव आए तो जेल में बंद कर दिया। कोई मंत्री बनता है, मुख्यमंत्री बनता है, सांसद और विधायक बनता है जनता उसको सर माथे पर बिठाकर के अपना समर्थन देकर सम्मान देती है। हमको अगर कोई कारण से जेल जाना पड़ेगा तो हमारे देश की परंपरा है तो हम मतदाताओं का सम्मान करते हुए तुरंत इस्तीफा देते हैं और हमें देना चाहिए। पता नहीं ये किस मिट्टी के बने हैं। ये लोग पद लोलुप हैं। वे जेल जाने के बाद भी इस्तीफा नहीं दे रहे। दिल्ली की आम जनता का अपमान कर रहे हैं और संविधान का अपमान कर रहे हैं। ये एक बहुत गलत मिसाल पैदा कर रहे हैं। उन्हें अपने कार्यकर्ताओं पर भरोसा नहीं है।  कोई भी विधायक मंत्री बन सकता मुख्यमंत्री बन सकता है लेकिन वह लगातार अपनी पत्नी को आगे कर रहे हैं इसका मतलब है अपनी पत्नी पर भी भरोसा नहीं बिना। पत्नी विधायक दल की नेता बने... वह विधायक दल की बैठक ले रही इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या होगा। आपने खुद पर भी करके देख ली, लोकल कोर्ट से लेकर कहां-कहां नहीं गए.. लेकिन जमानत नहीं मिली। उन्होंने कहा मैं जेल से सरकार चलाऊंगा... आप कोई राजा महाराजा नहीं, आप जनता के वोट से बने हुए मुख्यमंत्री हो। मुख्यमंत्री को कोर्ट ने जेल भेजने का आदेश दिया तो आप लोकल से लेकर सब कोर्ट गए लेकिन आप की किसी ने मदद नहीं की ।आपको तुरंत इस्तीफा देना चाहिए। 

सवाल-राहुल गांधी जी के जीजा जी  रॉबर्ट वाड्रा जी वह कह रहे हैं कि अमेठी की जनता चाहती है कि वह वहां से चुनाव लड़ें

मोहन यादव: यह और दुर्भाग्य होगा उनके साले जी मैदान छोड़कर भाग रहे हैं। जमीन का धंधा करते-करते आ रहे हैं।  आइए राजनीति के मैदान में जनता बता देगी आपको कौन कह रहा है औऐर रोक रहा है? माहौल क्यों बना रहे हो कि मुझे हर पार्टी टिकट देना चाह रही है इसका मतलब यह है कि कोई उनके बारे में गंभीर नहीं है लेकिन फिर भी लोकतंत्र में किसी की इच्छा चुनाव लड़ने की तो मैं तो सबका स्वागत करूंगा।

सवाल- मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि वे जातिगत गणना कराएंगे, आप क्या सोचते हैं?

मोहन यादव-- कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष की उम्र 80 साल की है... उन्होंने नेहरू से लेकर सबको देखा है। मोदी जी कहते हैं मेरे मन में चार जाति है-किसान, मजदूर, महिला और युवा। इन चारों वर्गों की बेहतरीन हो जाएगी तो मेरा देश अच्छा हो जाएगा लोकतंत्र में इसी तरीके का भाव रखने की जरूरत है।  जिन्होंने जाति के माध्यम से वोट बैंक को संभाला और परिवारवाद को बढ़वा दिया उन सबको जनता माफ नहीं करेगी। भारत के विकास के लिए और लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए और भारत को दुनिया में नंबर वन बनाने के लिए मोदी जीने कहा-मोदी है तो मुमकिन है वह दिखाई भी दे रहा है।  उन्होंने कहा ना खाऊंगा ना खाने दूंगा । ये  कितने भी छक्के पंजे कर लें यह सारे बेल पर हैं जो कुछ बचे है वे जेल में हैं।