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Hindi News मध्य-प्रदेश एमपी के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कमलनाथ पर बोला हमला, महमूद गजनवी से की तुलना

एमपी के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने कमलनाथ पर बोला हमला, महमूद गजनवी से की तुलना

मध्य प्रदेश के गृहमंत्री डॉक्टर नरोत्तम मिश्रा ने पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ की तुलना महमूद गजनवी से की है।

Kamal Nath, Kamal Nath Mahmud Ghaznavi, Mahmud Ghaznavi- India TV Hindi Image Source : FACEBOOK FILE मध्य प्रदेश के गृहमंत्री डॉक्टर नरोत्तम मिश्रा ने पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ की तुलना महमूद गजनवी से की है।

भोपाल: मध्य प्रदेश के गृहमंत्री डॉक्टर नरोत्तम मिश्रा ने पूर्व मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ की तुलना महमूद गजनवी से की है। डॉक्टर मिश्रा ने कांग्रेस नेता पर निशाना साधते हुए कहा कि गरीबों के पैसे को लूटकर कमलनाथ ने महमूद गजनवी जैसा जघन्य पाप किया है। उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश सरकार भी कांग्रेस के बेहिसाब लेनदेन के पूरे मामले का संज्ञान लेकर विधि विशेषज्ञों से राय लेगी। मिश्रा ने कहा कि इनकम टैक्स विभाग से रिकॉर्ड मांगकर ईओडब्ल्यू से जांच कराने पर विचार करेगी।

‘कमलनाथ की सरकार प्रदेश के इतिहास की भ्रष्टतम सरकार थी’
नरोत्तम मिश्रा ने आगे कहा कि कमलनाथ की सरकार प्रदेश के इतिहास की भ्रष्टतम सरकार थी। उन्होंने कहा, ‘अब मीडिया में भी मध्य प्रदेश से कांग्रेस मुख्यालय को भेजी गई बेहिसाब नकदी का खुलासा हुआ है। कमलनाथ प्रदेश की जनता के सोशल वेलफेयर का पैसा गांधी फैमिली के वेलफेयर पर लुटा रहे थे, ताकि कुर्सी सलामत रहे। आखिर सच सामने आ ही गया कि मुख्यमंत्री के रूप में कमलनाथ जनकल्याणकारी योजनाओं के लिए हमेशा पैसों की कमी का रोना क्यों रोते रहते थे।’ कमलनाथ पर आरोप लगाते हुए डॉक्टर मिश्रा ने एक खबर का हवाला दिया।


उपचुनावों में हार के बाद कांग्रेस में बदलाव की चर्चा
बता दें कि मध्य प्रदेश उपचुनावों में कांग्रेस की हार के बाद कमलनाथ की स्थिति थोड़ी डंवाडोल हुई है। उपचुनावों की हार के बाद से ही कांग्रेस में बदलाव की चर्चाओं ने जोर पकड़ लिया है। कमल नाथ के पास पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष की कमान है, वे इन दो पदों में से एक छोड़ सकते हैं। संभावना इस बात की है कि कमलनाथ प्रदेश अध्यक्ष बने रहेंगे और नेता प्रतिपक्ष के पद पर उनकी पसंद का व्यक्ति आसीन होगा। यही कारण है कि पार्टी में नए नेता प्रतिपक्ष के नामों को लेकर चर्चा जोर पकड़ने लगी है।