Jabalpur Hospital Fire : सोमवार को जबलपुर के निजी अस्पताल न्यू लाइफ मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल में हुए भीषण अग्निकांड में चार मालिकों के विरुद्ध पुलिस ने गैर इरादतन हत्या, और हत्या का प्रयास का केस संबंधित थाने में दर्ज किया है। साथ ही अस्पताल के मैनेजर को भी गिरफ्तार कर लिया गया है। अग्निकांड के कारणों की जांच के लिए डिविजनल कमिश्नर की अध्यक्षता में एक समिति का भी गठन कर दिया गया है।
अस्पताल के पास फायर एनओसी नहीं
मध्य प्रदेश के गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने इंडिया टीवी से बातचीत कहा कि घटना बेहद दुखद है, इस मामले में थाना विजय नगर में अस्पताल के चार मालिकों डॉ. निशिन्त गुप्ता, डॉ. सुरेश पटेल, डॉ. संजय पटेल और डॉक्टर संतोष सोनी के खिलाफ धारा 304 (गैर इरादतन हत्या), 308 (गैर इरादतन हत्या का प्रयास) के तहत मामला दर्ज किया गया है। साथ ही अस्पताल के मैनेजर राम सोनी उनके नाम भी मामला दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। जांच में सामने आया है कि अस्पताल के पास फायर एनओसी नहीं था। जो एनओसी था वो एक्सपायर हो चुका था। साथ ही फायर सेफ्टी के संबंध में कई कमियां पाई गई हैं।
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डिविजनल कमिश्नर की अध्यक्षता में जांच समिति गठित
नरोत्तम मिश्रा ने बताया घटना के पीछे क्या-क्या कमियां थीं घटना क्यों हुई इसके लिए डिविजनल कमिश्नर की अध्यक्षता में एक जांच समिति बनाई है। इसमें ज्वाइंट डायरेक्टर टाउन एंड कंट्री प्लानिंग, ज्वाइंट डायरेक्टर हेल्थ और इंजीनियरों का एक दल रखा गया है। इस घटना से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर यह टीम अपनी जांच रिपोर्ट देगी।आपको बता दें कि सोमवार को हुए भीषण अग्निकांड में 8 लोगों की मौत हुई थी, जिनमें 5 मरीज और 3 अस्पताल के कर्मचारी थे। 2 लोग अभी-भी आईसीयू में है।
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जेनरेटर ऑन करने के बाद हुआ शॉर्ट सर्किट
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक अस्पताल के मेन गेट पर ही दोपहर 2:30 बजे बिजली जाने के बाद जेनरेटर ऑन किया गया। उसी वक्त शार्ट सर्किट हुआ जिसके चलते आग तेजी तेजी से फैली। आग और धुंए के चलते लोगों को संभालने का मौका भी नहीं मिला और लोग तेज लपटों के चलते आग में ही फंस गए और उनकी मौत हो गई। बताया जा रहा है हादसे के समय कम से कम 30 से ज्यादा लोग अस्पताल में मौजूद थे।