Indore Fire News: मध्यप्रदेश के इंदौर में घनी आबादी वाले इलाके में तीन मंजिला रिहायशी इमारत में शनिवार तड़के भीषण आग लगने से एक दम्पती समेत सात लोगों की मौत हो गई, जबकि नौ अन्य झुलस गए। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यह जानकारी दी। पुलिस आयुक्त हरिनारायणचारी मिश्रा ने शनिवार रात ‘‘पीटीआई-भाषा’’ को बताया कि घटनास्थल के आस-पास के घरों के सीसीटीवी फुटेज से इस बात के सुराग मिले हैं कि रिहायशी इमारत की पार्किंग में खड़ी एक गाड़ी में एक व्यक्ति ने आग लगा दी थी, जिसके बाद लपटें गहरे धुएं के साथ फैल कर अन्य वाहनों और इमारत के दूसरे हिस्सों को अपनी जद में लेती चली गईं।
प्रेम प्रसंग के चलते गाड़ी में लगाई थी आग
पुलिस आयुक्त ने कहा,‘‘हमें संदेह है कि इस व्यक्ति ने इमारत की पार्किंग में खड़ी एक गाड़ी को निशाना बनाते हुए इसे प्रेम प्रसंग में आग के हवाले किया। हालांकि, हम तथ्यों की तसदीक कर रहे हैं और जल्द ही पूरे मामले का खुलासा करेंगे।’’ गौरतलब है कि इससे पहले पुलिस ने कहा था कि आग इमारत की निचली मंजिल में पार्किंग के पास लगे बिजली के मीटर में शॉर्ट सर्किट के कारण शनिवार तड़के तीन से चार बजे के बीच लगी।
सीएम शिवराज ने की मुआवजे की घोषणा
विजय नगर पुलिस थाने के प्रभारी तहजीब काजी ने मौके पर पहुंचने के बाद शनिवार की सुबह कहा था, ‘‘आग की शुरुआत पार्किंग में खड़ी गाड़ियों से हुई और इसके बाद लपटें संकरी सीढ़ियों से होते हुए इमारत की ऊपरी मंजिल की ओर बढ़ने लगीं।" प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अग्निकांड पर शोक जताया और घटना की विस्तृत जांच के साथ ही इसमें मारे गए लोगों के शोकसंतप्त परिजनों को चार-चार लाख रुपये का मुआवजा देने के आदेश दिए।
चश्मदीदों का आरोप है कि विजय नगर क्षेत्र में तंग गलियों वाली स्वर्ण बाग कॉलोनी की रिहायशी इमारत में भीषण लपटों और गहरे काले धुएं से घिरे लोगों की मदद के लिए अग्निशमन दल काफी देर से मौके पर पहुंचा। मुख्यमंत्री ने ट्वीट कर कहा, ‘‘इंदौर में आग लगने की घटना में (सात लोगों की) मौत की खबर अत्यंत हृदय विदारक है। मैंने इसकी जांच के आदेश दिए हैं। जिसकी भी लापरवाही सामने आएगी, उसके विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये दिए जाएंगे।’’
चश्मदीदों ने क्या बताया-
अग्निकांड के बाद मौके पर जुटे चश्मदीदों में शामिल अक्षय सोलंकी ने बताया,‘‘अग्निकांड के बाद इमारत से दो-तीन लाशें ऐसी निकाली गईं जो जलकर लगभग कंकाल में बदल गई थीं जबकि कुछ अन्य लोगों का दम घुट चुका था। अग्निशमन दल ने मौके पर पहुंचने में काफी समय लगा दिया। अगर यह दल सही समय पर आता, तो इन लोगों की जान बच सकती थी।’’
सोलंकी के मुताबिक अग्निकांड के वक्त कुछ लोगों ने इमारत से कूद कर अपनी जान बचाई। अग्निकांड के कुछ वीडियो सामने आए हैं जिनमें अग्निशमन दल के मौके पर पहुंचने से पहले, भीषण लपटों और गहरे काले धुएं से घिरी इमारत में बिजली के तारों से चिंगारी निकलती नजर आ रही है और चीख-पुकार के बीच इमारत के बाहर जुटे पड़ोसी बाल्टियों से पानी छिड़ककर आग बुझाने की नाकाम कोशिश करते दिखाई दे रहे हैं।