भोपाल: भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने पश्चिमी मध्य प्रदेश के चार जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश होने का पूर्वानुमान शनिवार को व्यक्त किया। IMD ने इस संबंध में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। IMD ने प्रदेश के 28 जिलों में आंधी और बिजली की चेतावनी के साथ भारी बारिश होने के दो अलग-अलग येलो अलर्ट भी जारी किए हैं। IMD के एक अधिकारी ने कहा कि तीनों अलर्ट रविवार सुबह तक वैध हैं।
IMD के भोपाल कार्यालय के वरिष्ठ मौसम विज्ञानी पीके साहा ने कहा कि ऑरेंज अलर्ट के अनुसार धार, रतलाम, उज्जैन और देवास जिलों में अलग-अलग स्थानों पर गरज के साथ बिजली चमकनें के साथ भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के 13 जिलों मंदसौर, नीमच, दतिया, भिंड, मुरैना, शिवपुरी, आगर-मालवा, शाजापुर, झाबुआ, बैतूल, राजगढ़, नरसिंहपुर और छिंदवाड़ा में अलग-अलग स्थानों पर बिजली चमकने व गरज के साथ भारी बारिश के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है।
उन्होंने कहा कि इसके अलावा 15 जिलों देवास, मंदसौर, नीमच, शाजापुर, उज्जैन, ग्वालियर, शिवपुरी, श्योपुर, दतिया, अशोक नगर, गुना, भिंड, आगर, रतलाम और मुरैना में अलग अलग स्थानों पर गरज व बिजली चमकने के साथ भारी बारिश के पूर्वानुमान के साथ येलो अलर्ट जारी किया गया है।
उन्होंने बताया कि मध्य प्रदेश के बड़े हिस्से में पिछले तीन दिनों से रुक रुक कर बारिश हो रही है। शनिवार सुबह 8.30 बजे से शाम 5.30 बजे के बीच ग्वालियर, बैतूल, रतलाम, और भोपाल शहर में क्रमश: 25.6 मिमी , 12 मिमी , 9 मिमी और 8.4 मिमी बारिश हुई है।
साहा ने कहा कि ‘मॉनसून ट्रफ’ मध्य प्रदेश के टीकमगढ़ और सीधी जिलों से होकर गुजर रहा है। इसके अलावा चक्रवाती हवाओं का दबाव उत्तर-पूर्व राजस्थान और उससे सटे उत्तर-पश्चिम मध्य प्रदेश पर बना हुआ है। इन दोनों प्रणालियों के मिलने से नमी आ रही है जिससे मध्यप्रदेश में बारिश हो रही है।
अधिकारियों ने बताया कि इस महीने की शुरुआत में मध्य प्रदेश के ग्वालियर और चंबल संभाग में भारी बारिश ने कहर बरपाया था जिससे बाढ़ आई थी और एक से सात अगस्त के बीच कम से कम 24 लोगों की मौत हो गई थी।