भोपाल: मध्य प्रदेश में बुधवार को पिछले 24 घंटे के दौरान कोविड-19 संक्रमण से 51 और लोगों की मौत हो गई तथा 9,720 नए मरीजों में इस संक्रमण की पुष्टि हुई। नए रोगियों एवं इससे मरने वालों का यह एक दिन का अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा है। जहां तक सरकार का सवाल है, तो वह जनता को कोरोना संकट से निजात दिलाने के अलावा कई मोर्चों पर जूझती नजर आ रही है। बात चाहे रेमडेसिवीर इंजेक्शन की हो या ऑक्सीजन की, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान अब खुद कमान संभाल रहे हैं।
पत्रकारों से बातचीत के दौरान बुधवार को शिवराज ने माना कि ऑक्सीजन की कमी सरकार के लिए चुनौती बन गई है। हालांकि उन्होंने कहा कि सरकार व्यवस्था बनाने के लिए दिन और रात जुटी हुई है। शिवराज ने कहा, ‘एक घंटा भी ऑक्सीजन मिलने में देरी होती है तो मेरी सांसे थमने लगती हैं।’ दरअसल, मध्य प्रदेश में कोरोना के हालात इस कदर बेकाबू हो चुके है कि शिवराज ने दमोह उपचुनाव के लिए बुधवार को होने वाला अपना रोड शो कैंसिल कर दिया। उन्होंने मंत्रालय में अफसरों की बैठक बुलाई ऑक्सीजन की कमी और रैम रसीवर इंजेक्शन के साथ-साथ अस्पताल की व्यवस्थाओं पर भी चर्चा की।
शिवराज ने बैठक में कहा कि उनकी नजर लगातार ऑक्सीजन की ट्रैकिंग पर है। उन्होंने कहा, ‘ऑक्सीजन की सप्लाई करने वाले टैंकरों पर अब पुलिस बैठती है ताकि वह इधर-उधर न जाए।’ मुख्यमंत्री ने ऑक्सीजन के टैंकर को मालगाड़ी से भिजवाने के लिए रेल मंत्री पीयूष गोयल से भी बात की है। उन्होंने बताया कि ऑक्सीजन कंसंट्रेटर कि 8 यूनिट्स लगाई जा रही हैं जिनमें से उज्जैन, शिवपुरी, खंडवा और सिवनी में 4 यूनिट्स का काम पूरा हो चुका है। वहीं, मंदसौर, रतलाम, मुरैना और जबलपुर में काम चल रहा है।
रेमडेसिवीर इंजेक्शन की कमी पर बोलते हुए शिवराज सिंह चौहान ने कहा हमें 31 हजार इंजेक्शन मिल चुके हैं, और गुरुवार सुबह तक 12 हजार इंजेक्शन और आ जाएंगे।