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Hindi News मध्य-प्रदेश गुना में बंधुआ मजदूरों के हाथ तेल से जलाए गए, 18 घंटे से भी ज्यादा काम करवाया जाता था

गुना में बंधुआ मजदूरों के हाथ तेल से जलाए गए, 18 घंटे से भी ज्यादा काम करवाया जाता था

मध्य प्रदेश के गुना जिले में गरीब आदिवासियों को बंधुआ मजदूर बनाया गया और उनके साथ अमानवीय कृत्य किया गया। काम करने में आनाकानी करने पर गर्म तेल में हाथ तक जलाए गए।

Guna Bonded labourers, Madhya Pradesh Bonded labourers, Madhya Pradesh, Bonded labourers- India TV Hindi Image Source : GOOGLE MAPS मध्य प्रदेश के गुना जिले में गरीब आदिवासियों को बंधुआ मजदूर बनाया गया और उनके साथ अमानवीय कृत्य किया गया।

गुना: मध्य प्रदेश के गुना जिले में गरीब आदिवासियों को बंधुआ मजदूर बनाया गया और उनके साथ अमानवीय कृत्य किया गया। काम करने में आनाकानी करने पर गर्म तेल में हाथ तक जलाए गए। प्रशासन ने शराब माफियाओं सहित अन्य के यहां वर्षों से बंधुआ मजदूर बनाकर रखे गए 15 मजदूरों को प्रशासन ने मुक्त कराया है। बताया गया है कि जिले में शराब के अवैध-धंधे में लिप्त शराब माफियाओं के विरूद्ध सघन अभियान चलाया जा रहा है। इसी क्रम में राघौगढ़ के राजपुरा में छापामारी के दौरान बड़ी मात्रा में अवैध मदिरा जब्त कर नष्ट की गई थी।

’15 बंधक श्रमिकों को मुक्त कराया गया’
जिला प्रशासन की उक्त कार्रवाई में बंधुआ श्रमिकों को बंधक श्रमिक से मुक्त होने का रास्ता दिखाया और सोमवार को 10 श्रमिक बंधक बनाए गए नियोजकों से मुक्ति के लिए बाहर निकले गए। राजपुरा में और बंधक श्रमिक होने पर की जानकारी मिलने पर कलेक्टर कुमार पुरूषोत्तम के निर्देश पर अनुविभागीय दण्डाधिकारी अक्षय ताम्रवाल द्वारा पुलिस बल एवं अन्य राजस्व अमले के साथ छापेमारी कर पांच और बंधक श्रमिकों को मुक्त करा लिया गया। उक्त समस्त 15 बंधक श्रमिकों को बंधक श्रमिक मुक्ति प्रमाण पत्र प्रदान किए गए। 

‘मजदूरों को दी जाएगी पुनर्वास सहायता’
कलेक्टर कुमार पुरूषोत्तम ने कहा, ‘मुक्त हुए बंधक श्रमिकों को 20-20 हजार रुपये की पुर्नवास सहायता प्रदान की जाएगी। बंधक श्रमिक के रूप में कार्य कराने वाले नियोजकों के विरूद्ध FIR होगी तथा नियोजकों पर दोष सिद्ध होने पर मुक्त कराए गए पुरूष बंधक श्रमिक को एक-एक लाख रुपये तथा प्रत्येक मुक्त करायी गई महिला बंधक श्रमिक को दो-दो लाख रुपए की राशि प्रदान किए जाएगी। जिले के उक्त सभी को शासन की विभिन्न योजनाओं से लाभांवित कराया जाएगा। मुक्त हुए बंधक श्रमिकों के पुर्नवास, रोजगार एवं उनके बच्चों के शिक्षा की समुचित व्यवस्था की जाएगी।’

दिल दहला देने वाली है मजदूरों की दास्तान
जो बंधुआ मजदूर मुक्त हुए हैं, उनकी दास्तान दिल दहला देने वाली हैं। पीड़ितों का कहना है कि उन्होंने दबंगों से कुछ हजार रुपये कर्ज में लिए थे। जो मुक्त कराए गए है वे बीते 3 से 15 साल से बंधुआ मजदूर थे। इन लोगों से दिन में 18 घंटे तक काम कराया जाता था। (IANS)