खंडवा: मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में एक दुकानदार ने लॉकडाउन में अपना कारोबार चौपट होने के चलते अपनी जान दे दी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, कोरोना वायरस के संक्रमण पर काबू पाने के लिए लगे लॉकडाउन और बाद में अपने इलाके को कंटेनमेंट जोन घोषित करने के कारण किराने का सामान बेचने वाले दुकानदार का कारोबार के चौपट हो गया था। इससे परेशान होकर 47 वर्षीय दुकानदार बालचंद झामवानी ने रविवार की रात कथित तौर पर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
खंडवा जिले के पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह ने सोमवार को बताया कि नगर के टैगौर कॉलोनी निवासी बालचंद झामवानी ने रविवार की रात अपने घर में फांसी लगा ली। वह किराना की दुकान चलाता था। इसी बीच, नगर पुलिस अधीक्षक ललित गठरे ने बताया कि मोघट थाने में इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया गया है और विस्तृत जांच जारी है। उन्होंने कहा कि परिजनों का आरोप है कि लगातार लॉकडाउन के चलते चौपट हुए कारोबार से वह परेशान था। वहीं, मृतक के भाई सुभाष झामवानी ने कहा कि बालचंद दिन-रात कहता था कि जैसे ही कंटेनमेंट जोन हटेगा, वह फिर से अपना कारोबार शुरू करेगा।
सुभाष झामवानी ने बताया कि आत्महत्या से पहले भी उसने पूछा था कि कॉलोनी में निषिद्ध क्षेत्र कब खत्म होगा। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन की वजह से उसकी वित्तीय हालात खराब थी। उसके बाद उसके घर और दुकान के निषिद्ध क्षेत्र में होने की वजह से उसकी आर्थिक स्थिति और ज्यादा खराब हो गई। सुभाष ने बताया कि मृतक की 2 बेटियां हैं और परिवार के सामने आजीविका चलाने का संकट है। परिजनों ने मध्य प्रदेश सरकार से आर्थिक सहायता की गुजारिश की है।