भोपाल: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोविड-19 महामारी से परेशान लोगों को बड़ी राहत देते हुए सोमवार को कहा कि उनकी सरकार 88 लाख घरेलू उपभोक्ताओं के 6,400 करोड़ रुपये के बिजली के बिल माफ करेगी। मध्य प्रदेश विधानसभा में राज्यपाल के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब देते हुए चौहान ने यह भी कहा कि कर्ज चुकाने में असमर्थ किसानों के ब्याज का भुगतान सरकार द्वारा किया जायेगा। उन्होंने कहा कि विधायक निधि मौजूदा दो करोड़ रुपये से बढ़ाकर तीन करोड़ रुपये किया जायेगा। उन्होंने कहा कि प्रदेशवासियों की कठिनाइयों को देखते हुए 88 लाख घरेलू उपभोक्ताओं का 6400 करोड़ रुपये का बिजली बिल माफ कर दिया जाएगा, अब उनसे उस बिजली बिल की वसूली नहीं होगी।
मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि गरीबों के लिए 23 लाख आवास पूर्ण कर लिए गए हैं और इस वर्ष के अंत तक 30 लाख आवास बनाने का लक्ष्य है। मुख्यमंत्री ने सदन को बताया कि पिछली सरकार द्वारा वर्ष 2019-20 की फसल बीमा योजना का प्रीमियम जमा नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने फसल बीमा का 2200 करोड़ रुपये का प्रीमियम जमा करके किसानों के खाते में राशि डलवाने का कार्य किया गया।
उन्होंने बताया कि चालू वर्ष में सड़कों के निर्माण के लिए आठ हजार करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में राज्य में 5100 मेगावाट अक्षय ऊर्जा का उत्पादन किया जा रहा है। शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मौजूदा कीमतों पर मध्यप्रदेश की विकास दर 19.7 प्रतिशत है, जो देश में सर्वाधिक है। उन्होंने कहा कि मौजूदा कीमतों के आधार पर वर्तमान में प्रदेश की प्रति व्यक्ति आय एक लाख 24 हजार रुपये हो गई है, जो कि कांग्रेस के शासन में केवल 15 हजार रुपये थी। यह राज्य सरकार की बड़ी उपलब्धि है।
निर्वाचित जनप्रतिनिधियों की प्रशंसा करते हुए चौहान ने कहा कि राज्य सरकार ने फैसला लिया है कि विधायक निधि दो करोड़ रुपये से बढ़ाकर तीन करोड़ कर दी जाएगी। विधायक निधि में से 50 लाख रुपये वे स्वेच्छा निधि के रूप में उपयोग कर सकते हैं, इससे वे कई जरूरतमंदों की मदद कर पाएंगे। विपक्षी दल कांग्रेस के विधायक मुख्यमंत्री के अभिभाषण के दौरान टोका-टोकी करते रहे। चौहान ने सदन से अनुपस्थित रहने पर नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ पर कटाक्ष किया। चौहान के अभिभाषण के बाद अध्यक्ष गिरीश गौतम में सदन की कार्यवाही को दिन भर के लिए स्थगित कर दी।