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Hindi News मध्य-प्रदेश 'दिग्गी राजा' पर चार और मामले दर्ज, जानिए जवाब में दिग्विजय ने क्या बयान दे डाला?

'दिग्गी राजा' पर चार और मामले दर्ज, जानिए जवाब में दिग्विजय ने क्या बयान दे डाला?

खरगोन में हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद मध्यप्रदेश की राजनीति में उबाल आ गया है। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और 'दिग्गी राजा' के नाम से मशहूर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने विवादास्पद ट्वीट किया तो उनके खिलाफ एक के बाद एक कई मामले दर्ज हो गए।

Digvijay Singh- India TV Hindi Image Source : FILE PHOTO Digvijay Singh

भोपाल/ इंदौर। खरगोन में हुई सांप्रदायिक हिंसा के बाद मध्यप्रदेश की राजनीति में उबाल आ गया है। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और 'दिग्गी राजा' के नाम से मशहूर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने विवादास्पद ट्वीट किया तो उनके खिलाफ एक के बाद एक कई मामले दर्ज हो गए।

मध्यप्रदेश के खरगोन कस्बे में हुई सांप्रदायिक हिंसा पर टिप्पणी करते हुए दूसरे राज्य की एक मस्जिद की तस्वीर ट्वीट करने को लेकर कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह के खिलाफ चार और मामले दर्ज किए गए हैं। पुलिस अधिकारियों ने गुरुवार को कहा कि इस मामले में पूर्व मुख्यमंत्री के खिलाफ प्रदेश में अब तक कुल नौ प्राथमिकी दर्ज की गई हैं। ताजा प्राथमिकी में से तीन बुधवार शाम को इंदौर जिले के महू, किशनगंज और खुड़ैल थाने में दर्ज की गईं। 

भाजपा को भाईचारा पसंद नहीं: दिग्विजय

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नीरज सौनी ने बताया कि चौथा मामला बैतूल जिले के कोतवाली थाने में दर्ज किया गया है। विवादास्पद ट्वीट को लेकर राज्य में लगातार मामले दर्ज किए जाने के बारे में पूछे जाने पर सिंह ने इंदौर में संवाददाताओं से कहा,‘भले ही पुलिस थानों में मेरे खिलाफ लाख-दो लाख मामले दर्ज करा दिए जाएं, लेकिन मैं आखिरी सांस तक भाईचारे की बात करता रहूंगा।’ उन्होंने प्रदेश की भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा,‘अगर भाजपा को भाईचारे की बात पसंद नहीं है तो इसमें मेरा नहीं, बल्कि भाजपा का दोष है।’ 

सिंह ने विवादास्पद फोटो ट्वीट करके फिर कर दिया था डिलिट

विवादास्पद ट्वीट को लेकर सिंह के खिलाफ पिछले तीन दिन में भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर, नर्मदापुरम और सतना में पांच प्राथमिकी पहले ही दर्ज की जा चुकी हैं। हालिया ट्वीट में सिंह ने एक तस्वीर पोस्ट की थी जिसमें कुछ युवकों को एक मस्जिद पर भगवा झंडा फहराते हुए दिखाया गया था। उन्होंने इस तस्वीर के साथ खरगोन में रामनवमी के जुलूस के दौरान हुई सांप्रदायिक हिंसा का जिक्र किया था। बाद में उन्होंने ट्वीट से इस फोटो को डिलीट कर दिया था। सत्तारुढ़ भाजपा नेताओं ने तुरंत कहा कि मस्जिद की तस्वीर मध्य प्रदेश की नहीं है।