प्रवासी भारतीय सम्मेलन: विदेशमंत्री जयशंकर ने सबसे स्वच्छ शहर में खाया पान, शिवराज ने बताई एमपी के विकास की कहानी
मध्यप्रदेश की औद्योगिक राजधानी इंदौर में प्रवासी भारतीय सम्मेलन का रविवार को आगाज हुआ। इस सम्मेलन में प्रवासी भारतीय उद्योगपतियों के साथ ही केंद्र और राज्य सरकार के कई मंत्री भी जुटे। इस दौरान उद्योगपतियों ने इंदौर की स्वच्छता को निहारा, तो विदेशमंत्री जयशंकर ने इंदौर का लजीज पान चखा।
देश की सबसे क्लीन सिटी इंदौर में प्रवासी भारतीयों का सम्मेलन आज से शुरू हुआ। इस दौरान कई देशों से आए प्रवासी भारतीय उद्योगपतियों ने इस सम्मेलन में हिस्सा लिया। साथ ही इस सबसे स्वच्छ शहर के लजीज खानपान का लुत्फ भी उठाया। प्रवासी भारतीयो के साथ ही देश के कई मंत्री भी यहां जुटे हैं। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने तो इंदौर में खान पान के लिए मशहूर छप्पन दुकानों पर 'पान' का लुत्फ उठाया। इसी बीच राज्य के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने पिछले 20 साल के दौरान मध्यप्रदेश में आए बदलाव की कहानी साझा की।
विदेश मंत्री जयशंकर ने इंदौर में खाया पान
मध्यप्रदेश की व्यापारिक नगरी इंदौर को प्रवासी भारतीयों के लिए दुल्हन की तरह सजाया गया है। यहां आ रहे लोगों के लिए इन दिनों यह शहर खास आकर्षण का केंद्र है। यहां की 56 दुकानें खान-पान के लिए मशहूर हैं, देश के विदेश मंत्री एस. जयशंकर भी यहां पहुंचे तो वे भी अपने को पान का स्वाद चखने से नहीं रोक पाए। इंदौर की 56 दुकानें देर रात तक प्रवासी भारतीयों के स्वागत के लिए खुली हुई हैं। शनिवार रात विदेश मंत्री एस. जयशंकर अन्नपूर्णा पान भंडार पर पहुंचे। खाने के बाद जयशंकर ने पान की तारीफ की। प्रवासी भारतीयों के लिए यहां अलग-अलग तरह के पानों की श्रृंखला बनाई है, जिनमें आठ तरह की चटनी और गुलकंद वाले पान शामिल हैं।
सीएम शिवराज ने बताई एमपी में 20 साल के बदलाव की कहानी
मध्यप्रदेश की व्यापारिक नगरी इंदौर में प्रवासी भारतीय सम्मेलन में हिस्सा लेने आए प्रवासी भारतीयों से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान लगातार संवाद कर रहे हैं और उन्हें बता रहे हैं कि राज्य में किस तरह की सुविधाएं हैं और बीते 20 साल में राज्य में किस तरह का बदलाव आया है। प्रवासी भारतीय दिवस के पहले दिन रविवार को मुख्यमंत्री चौहान से प्रवासी भारतीयों और उद्योगपतियों ने व्यक्तिगत चर्चा करते हुए कहा कि मध्यप्रदेश में विभिन्न क्षेत्रों में निवेश और रोजगार बढ़ाने के लिए सरकार भरपूर मदद करेगी।
रिनेवेबल एनर्जी सेक्टर को बढ़ावा
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि रिनेवेबल एनर्जी के क्षेत्र में भी नवीन निवेश का स्वागत है। रिनेवेबल एनर्जी सेक्टर को पर्याप्त बढ़ावा दिया गया है। प्रदेश में इस क्षेत्र में निरंतर कार्य कर रहा है। मुख्यमंत्री ने बताया कि मध्यप्रदेश में ओंकारेश्वर में 600 मेगावाट के फ्लोटिंग संयंत्र की स्थापना का कार्य हो रहा है। साथ ही शाजापुर, नीमच, छतरपुर और मुरैना आदि स्थानों में नवकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में प्रयास किए जा रहे हैं।
नवकरणीय ऊर्जा क्षेत्र में निवेश के लिए राज्य की नीति के अनुसार पूरी सहायता दी जाएगी। पूर्व वर्षो में रीवा में सौर ऊर्जा परियोजना से लाभ लिया गया है। मध्यप्रदेश शरबती गेहूं और बासमती चावल के साथ मोटे अनाजों के उत्पादन को बढ़ावा देना चाहता है।
20 साल में बदल गया राज्य का इंफ्रास्ट्रक्चर: शिवराज
मुख्यमंत्री चौहान ने प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन के पहले दिन कहा कि आज से करीब 20 वर्ष पहले मध्यप्रदेश में बिजली, पानी और सड़कों से जुड़ी समस्याएं देखी जाती थीं। दो दशक में इन क्षेत्रों में व्यवस्थाएं मजबूत की गईं। आवश्यक अधो-संरचना के विकास और विभिन्न ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के जरिए उद्योगपतियों को आमंत्रित करने से निवेश आने लगा। योग्य युवाओं को काम मिलने लगा। प्रदेश की आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ और मध्यप्रदेश अनेक क्षेत्र में अग्रणी हो गया है।
प्रवासी भारतीय उद्योगपतियों को पूरा सहयोग मिलेगा: सीएम शिवराज
मुख्यमंत्री चौहान ने भेंट करने वाले प्रवासी भारतीयों और उद्योगपतियों को पूर्ण सहयोग के लिए आश्वस्त करते हुए कहा कि प्रवासी भारतीय दिवस और जीआईएस से मध्यप्रदेश की विशेषताएं कई देशों के सामने आएंगी। विशेषकर स्टार्टअप क्षेत्र में मध्यप्रदेश में 2500 से अधिक स्टार्टअप की उपलब्धि प्रामाणिक बनी है। मध्यप्रदेश के युवा लंबी उड़ान भरना चाहते हैं।