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Hindi News मध्य-प्रदेश मध्य प्रदेश: 25 फीट गहरे बोरवेल में गिरी बच्ची को बचाया गया, 9 घंटे रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद मिली कामयाबी

मध्य प्रदेश: 25 फीट गहरे बोरवेल में गिरी बच्ची को बचाया गया, 9 घंटे रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद मिली कामयाबी

राजगढ़ में गहरे बोरवेल में गिरी पांच साल की बच्ची को करीब 9 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद सकुशल बचा लिया गया है। बच्ची की हालत ठीक बताई जा रही है।

बच्ची को बोरवेल से निकाला गया- India TV Hindi Image Source : ANI बच्ची को बोरवेल से निकाला गया

राजगढ़: मध्य प्रदेश के राजगढ़ में  25 फीट गहरे बोरवेल में गिरी पांच साल की बच्ची को बचा लिया गया है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमों ने बच्ची को रात में लगभग 2.30 बजे बोरवेल से सुरक्षित बाहर निकाल लिया। बचाव अभियान में शामिल अधिकारियों के अनुसार, लगभग नौ घंटे के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद बच्ची को बाहर निकाला गया। मिली जानकारी के अनुसार, राजगढ़ के पिपलिया रसोदा गांव में मंगलवार शाम करीब 5.30 बजे एक बच्ची बोरवेल में गिर गई थी।

9 घंटे चला बचाव कार्य

घटना की सूचना मिलने पर राजगढ़ कलेक्टर हर्ष दीक्षित और नवनियुक्त विधायक मोहन शर्मा सहित स्थानीय प्रशासन के अधिकारी मौके पर पहुंचे और बचाव अभियान चलाया। राजगढ़ एसपी धर्मराज सिंह मीना ने सफल ऑपरेशन के लिए कलेक्टर हर्ष दीक्षित, विधायक मोहन शर्मा और पूरी बचाव टीम के प्रयासों की सराहना की।

सीएम शिवराज ने मामले का लिया संज्ञान

इससे पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने X हैंडल पर ट्वीट कर बताया कि राजगढ़ जिले के पिपलिया रसोड़ा गांव में मासूम बच्ची के बोरवेल में गिरने का समाचार प्राप्त हुआ है.एसडीआरएफ, एनडीआरएफ और जिला प्रशासन की टीम बच्ची को सकुशल बाहर निकालने के लिए प्रयासरत है। मैं भी स्थानीय प्रशासन के निरंतर संपर्क में हूं। बच्ची को सकुशल बाहर निकालने में हम कोई कसर नहीं छोड़ेंगे। सीएम शिवराज के संज्ञान में मामला आने के बाद पूरा प्रशासन बच्ची के बचाव कार्य में जुट गया और 9 घंटे बाद बच्ची को बचाने में सफलता भी मिली।

पहले भी सामने आए हैं कई मामले

पिपलिया रसोदा गांव में बोरवेल में गिरी 5 साल की बच्ची को रेस्क्यू के बाद अस्पताल में ले जाया गया है। फिलहाल उसकी हालत स्थिर बताई जा रही है। इससे पहले भी राज्य में इस तरह के कई मामले सामने आ चुके हैं। इसी साल जुलाई में विदिशा में भी ढाई साल की एक बच्ची बोरवेल में गिर गई थी। प्रशासन ने उसे बाहर तो निकाल लिया था लेकिन उसकी मौत हो चुकी थी।