मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिला जेल में शनिवार रात को एक कैदी की मौत हो गई। इस घटना के बाद नाराज परिजनों ने जिला जेल के बाहर जमकर हंगामा किया। जानकारी के मुताबिक, एनडीपीएस एक्ट के आरोप में लगभग एक माह पहले बंद किए गए कैदी अनीस खान (40) की राजगढ़ जेल में मौत हो गई। परिजनों का आरोप है कि कैदी के बीमार होने के बाद भी उसे अस्पताल में भर्ती नहीं कराया गया, बल्कि इसके बदले जेल में पैसों की मांग की जा रही थी।
"कैदी की मौत अस्पताल में हुई"
वहीं, जेल प्रबंधन का कहना है कि कैदी की मौत अस्पताल में हुई है। घटना के बाद राजगढ़ जेल के बाहर परिजनों ने हंगामा किया। हंगामे की सूचना मिलते ही एसडीएम अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक मनकामना प्रसाद जिला जेल के बाहर पहुंचे और उन्होंने न्यायिक जांच का आश्वासन दिया। एडिशनल एसपी ने बताया कि सारंगपुर का रहने वाला अनीस खान (40) NDPS के मामले में पिछले एक माह से राजगढ़ जेल में बंद था।
"अनीस का इलाज नहीं कराया गया"
मृतक के परिजनों का आरोप है कि वहां सुबह अनीस से मिलने जेल में आए थे। उस दौरान उसने बीमार होने की बात अपने परिजनों को बताई थी। अनीस का इलाज करने के लिए उसके परिजनों ने एक आवेदन जेल अधीक्षक को दिया था। इसके बावजूद अनीस का इलाज नहीं कराया गया। इस बीच, उसने जेल के अंदर दम तोड़ दिया। इसके बाद उसे जेल प्रबंधन ने अस्पताल भिजवाया, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया।
जेल में मिलने के नाम पर मांगे जाते थे पैसे
मृतक अनीस के परिजनों ने ये भी बताया है कि जेल में मिलने के नाम पर उनसे 1 हजार रुपये हर बार लिए गए। इस घटना के बाद परिजनों ने जेल के सामने हंगामा कर दिया और जेल के सामने जमकर नारेबाजी की। मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने लोगों को न्यायिक जांच करवाने का आश्वासन दिया। इसके बाद हंगामा खत्म हुआ। मृतक कैदी के परिजनों ने आरोप लगाया कि जेल प्रशासन की ओर से उनसे 5000 रुपये की मांग की गई थी, जिसकी वो व्यवस्था कर ही रहे थे, इस बीच अनीस की मौत हो गई।
- गोविंद सोनी की रिपोर्ट