इंदौर: पुलिस ने शुक्रवार को बड़ा खुलासा किया कि इंदौर में अलग-अलग घटनाक्रमों में शराब पीने के बाद दम तोड़ने वाले 4 लोगों ने एक ही ब्रांड की व्हिस्की का सेवन किया था। पुलिस इस व्हिस्की के ‘नकली और जीवन के लिए हानिकारक’ होने के संदेह को लेकर विस्तृत जांच कर रही है। पुलिस अधीक्षक महेशचंद्र जैन ने बताया, ‘हमारी जांच से पता चला है कि शहर के 2 बार में व्हिस्की के एक ही ब्रांड की शराब पीने के बाद हफ्ते भर के भीतर 4 लोगों की मौत हो गई। इससे प्रबल संदेह है कि इन लोगों ने जो शराब पी, वह नकली और जीवन के लिए हानिकारक थी।’
जैन ने बताया कि 4 लोगों की मौत के पीछे एक ही ब्रांड की नकली व्हिस्की का हाथ होने की तसदीक के लिए मृतकों के विसरा की जांच रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि स्थानीय स्तर पर संबंधित व्हिस्की ब्रांड की नकली शराब बनाकर इसकी अवैध खरीद-फरोख्त को लेकर भी पुलिस विस्तृत छानबीन कर रही है। पुलिस अधीक्षक ने बताया, ‘छोटा बांगड़दा क्षेत्र के एक बार के संचालकों से पूछताछ में पता चला है कि उन्होंने लायसेंसी दुकानों के अलावा अन्य व्यक्तियों से भी संबंधित ब्रांड की व्हिस्की खरीदी थी। इससे हमारे संदेह को बल मिलता है कि इस ब्रांड की नकली शराब बनाई जा रही है जो जीवन के लिए हानिकारक है।’
जैन ने बताया कि पिछले 7 दिनों में शहर के दो बार में शराब पीने के अलग-अलग घटनाक्रमों में सागर (30), शिशिर तिवारी (30), सचिन गुप्ता (39) और शिवरतन (30) की मौत हो चुकी है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सागर और तिवारी छोटा बांगड़दा क्षेत्र के एक बार में अपने दोस्तों के साथ शराब पार्टी में शामिल हुए थे, जबकि गुप्ता और शिवरतन ने मरीमाता इलाके के एक बार में अलग-अलग दिन शराब पी थी। इस बीच, शहर में शराब पीने के बाद एक और व्यक्ति की मौत का मामला सामने आया है। गांधी नगर पुलिस थाने के एक अधिकारी ने बताया कि तबीयत बिगड़ने पर शुक्रवार को दम तोड़ने वाले व्यक्ति की पहचान विशंभर सिंह (46) के रूप में हुई है।
अधिकारी ने बताया कि मूलत: हरियाणा का रहने वाला सिंह जड़ी-बूटी बेचने के कारोबार के सिलसिले में अपने परिवार समेत इंदौर आया था। पुलिस अधिकारी के मुताबिक सिंह शराब पीने का आदी था और पिछले दो दिन से बिना खाना खाए लगातार देशी शराब पी रहा था। उन्होंने बताया कि पुलिस उसकी मौत के मामले की जांच कर रही है।