इंदौर: मध्य प्रदेश के इंदौर जिले में 3 लोगों से कथित तौर पर एक करोड़ रुपये ऐंठने के लिए उन्हें नाबालिग लड़की से गैंगरेप के झूठे मामले में फंसाने की कोशिश के आरोप में 2 लोगों को शुक्रवार को गिरफ्तार किया गया। पुलिस के एक अधिकारी ने इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि आरोपियों में एक शातिर बदमाश भी शामिल है। पुलिस उपायुक्त (DCP) अभिषेक आनंद ने बताया कि आरोपियों की पहचान हेमंत चोपड़िया और राहुल लाखरे के रूप में हुई है।
लड़की ने कार में गैंगरेप का लगाया था आरोप
DCP ने मामले के बारे में जानकारी देते हुए आगे बताया कि 15 साल की लड़की ने सोमवार रात आरोप लगाया था कि शहर के निपानिया क्षेत्र में 3 लोगों ने उसके साथ कार में गैंगरेप किया। लड़की ने आरोप लगाया था कि गैंगरेप को अंजाम देने के बाद वे लोग उसे शराब की एक दुकान के पास झाड़ियों में फेंककर फरार हो गए। आनंद ने बताया कि जब एक महिला सब-इंस्पेक्टर के जरिये लड़की को भरोसे में लेकर बात की गई, तो इन 3 लोगों के खिलाफ गैंगरेप का उसका आरोप सही नहीं पाया गया।
साजिश रचने वाला ही निकला रेप का आरोपी
DCP ने कहा कि लड़की को चोपड़िया ने इस बात के लिए राजी किया था कि वह पुलिस थाने में 3 लोगों के खिलाफ गैंगरेप का केस दर्ज कराए ताकि बाद में कोर्ट में समझौते के बदले इन लोगों से एक करोड़ रुपये की रकम ऐंठी जा सके। उन्होंने बताया कि गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहे परिवार की लड़की को चोपड़िया ने अवैध वसूली से प्राप्त होने वाली रकम का आधा हिस्सा देने का लालच दिया था। उन्होंने बताया कि चोपड़िया पर संगीन अपराधों को लेकर शहर में 10 से ज्यादा FIR दर्ज हैं, और साजिश में शामिल राहुल लाखरे ने नाबालिग लड़की से कथित तौर पर रेप भी किया था।