Faggan Singh Kulaste News: केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इसमें वह सड़क पर भुट्टा खरीद रहे हैं। इस वीडियो में मंत्री और भुट्टेवाले की बातें भी दिलचस्प हैं। दरअसल, मंत्रीजी को भुट्टे भाव 15 रुपए भी इतना ज्यादा लगा कि वे चौंक गए। बरसात के मौसम में भुट्टे खाने का शौक किसे नहीं होता है। केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते (Faggan Singh Kulaste) ने भी सड़क किनारे भुट्टे सेंकते शख्स को देखकर कार रोक दी। फिर 15 का एक भुट्टा, यह भाव सुनकर मध्यप्रदेश के मंडला से सांसद और केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते के जैसे होश उड़ गए।
आपकी गाड़ी देखकर महंगा नहीं दे रहा हूं भुट्टा
काफिले में चल रहे मंत्री जी अपने गृह जिले मंडला जा रहे थे। इसी दौरान उन्हें रास्ते में एक युवक भुट्टा बेचते हुए दिखाई दिया। मंत्री जी ने आनन-फानन काफिला रुकवाया खुद गाड़ी से उतरे और 3 भुट्टे की कीमत पूछी। युवक ने कहा 45 रुपए यानी 15 का एक, तो मंत्री जी चौंक गए। वे बोले इतना महंगा दे रहे हो। यहां तो फ्री में मिलता है। तो लड़के ने भी पलटकर जवाब दिया मैं आपकी गाड़ी देखकर इतना महंगा नहीं दे रहा हूं। कुलस्ते ने भुट्टे को सेंककर कागज में पैक करने के लिए कहा। हालांकि, कुलस्ते इस दौरान मुस्कुराते रहे और एक तरह से उस बालक के व्यावसायिक गुण को परखने की कोशिश करते रहे।
'किलो नहीं दर्जन में बिकते हैं भुट्टे'
यही नहीं मंत्रीजी दर्जन के भाव से बिकने वाले भुट्टे के लिए पूछते नजर आए 1kg कितने का आता है तो धर्मेंद्र नाम का युवक वायरल वीडियो में कहता नजर आता है किलो में नहीं भुट्टे दर्जन में बिकते हैं। केंद्र सरकार में इस्पात मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने इसके बाद भुट्टे वाले को पैसे दिए और गाड़ी में बैठ गए। बाद में उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर यह वीडियो शेयर किया। इसमें उन्होंने लिखा कि आज सिवनी से मंडला जाते हुए। स्थानीय भुट्टे का स्वाद लिया। हम सभी को अपने स्थानीय किसानों और छोटे दुकानदारों से खाद्य वस्तुओं को ख़रीदना चाहिए। जिससे उनको रोज़गार और हमको मिलावट रहित वस्तुएं मिलेंगी।
अटलजी की सरकार में भी मंत्री थे कुलस्ते
फग्गन सिंह कुलस्ते पहली बार 1990 में विधायक बने थे। 1996 में पहली बार मंडला लोकसभा क्षेत्र से सांसद बनकर अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में वे पहली बार राज्यमंत्री बने थे। इसके बाद मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में भी कुलस्ते को मंत्री बनाया गया था। वे एक बार राज्यसभा सदस्य भी रहे। भारतीय जनता पार्टी के अनुसूचित जनजाति मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी रहे। एक बार उन्होंने भाजपा प्रदेशाध्यक्ष का चुनाव लड़ने का मन बना लिया था, तब बड़े मुश्किल से वे माने।