A
Hindi News मध्य-प्रदेश अंतिम संस्कार के पैसे ना होने पर पत्नी के शव को बोरे में भरकर फेंक आया पति, मचा हड़कंप

अंतिम संस्कार के पैसे ना होने पर पत्नी के शव को बोरे में भरकर फेंक आया पति, मचा हड़कंप

मध्य प्रदेश के इंदौर में अंतिम संस्कार के पैसे नहीं होने की वजह से एक पति ने पहले शव को 2 दिनों तक अपने घर में रखा। जब उसमें से बदबू आने लगी तो उसे बोरे में भरकर फेंक दिया।

MP News- India TV Hindi Image Source : INDIA TV पत्नी के शव को बोरे में भरकर फेंक आया पति

इंदौर: मध्य प्रदेश के इंदौर से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां एक पति के पास अंतिम संस्कार के पैसे नहीं थे, इसलिए वह अपनी पत्नी के शव को बोरे में भरकर सरपंच के घर के बाहर फेंक आया। पुलिस ने जब छानबीन की तो इस मामले का पता लगा।

क्या है पूरा मामला?

मामला इंदौर के ग्राम बाक धार रोड का है, जहां बोरे में बंद महिला का शव मिलने से हड़कंप मच गया। पुलिस ने कुछ घंटों में ही मृत महिला की पहचान कर ली और फिर उसके पति को हिरासत में ले लिया। इसके बाद पति ने पूछताछ में जो बताया, वह चौंकाने वाला था।

मृतक के पति ने बताया कि अंतिम संस्कार के पैसे नहीं होने की वजह से महिला का शव 2 दिनों तक घर में ही पड़ा रहा, जिस वजह से बदबू आने लगी। बाद में उसने शव को बोरे में बंद करके फेंक दिया।  

दरअसल इंदौर के चंदन नगर थाना क्षेत्र के बैग ग्राम धार रोड पर पुलिस को सरपंच के घर के बाहर बोर में बंद एक महिला का शव बरामद हुआ। घटनास्थल पर पहुंची पुलिस को हत्या की आशंका लगी तो उसने सीसीटीवी खंगालने शुरू किए।

इसी दौरान पुलिस को पता लगा कि पास में ही रहने वाले मदन नरवले के घर से एक दिन पहले बदबू आ रही थी। पुलिस को शक हुआ तो उसने मदन को खोजना शुरू किया। मदन एक गार्डन में बैठकर फूट-फूटकर रो रहा था। पुलिस को देखते ही उसने कहा कि बंद बोरे में शव उसकी 57 साल की पत्नी आशा नरवले का है। आशा काफी दिनों से बीमार थी।

उसने कहा कि उसका घर टीन शेड का है, जिसकी वजह से भीषण गर्मी हो रही थी। ऐसे में आशा को सही उपचार नहीं मिल पाया क्योंकि पैसे नहीं थे। आखिर में आशा की मौत हो गई। उसके अंतिम संस्कार के लिए पैसे नहीं थे इसलिए वह शव को बोरे में भरकर फेंक आया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। इसके बाद ही मौत की सच्चाई पता लग सकेगी। मदन को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। (रिपोर्ट: इंदौर से भरत पाटिल की रिपोर्ट)