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Hindi News मध्य-प्रदेश पटाखा फोड़ने को लेकर विवाद के बाद खंडवा में पथराव, 30-40 लोगों के खिलाफ मामले दर्ज

पटाखा फोड़ने को लेकर विवाद के बाद खंडवा में पथराव, 30-40 लोगों के खिलाफ मामले दर्ज

अधिकारियों ने कहा कि दंगा और भादवि की अन्य संबंधित धाराओं के लिए दो अन्य प्राथमिकी दर्ज की गई हैं। कुछ प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि घटना के दौरान एक विवाह समारोह स्थल पर पथराव किया गया और कुछ वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया। 

Dispute over bursting of firecrackers leads to stone pelting in Kanjar Mohalla of Khandwa- India TV Hindi Image Source : REPRESENTATIONAL IMAGE (PTI) मध्य प्रदेश के खंडवा शहर में पटाखे फोड़ने को लेकर विवाद हो गया।

खंडवा: मध्य प्रदेश के खंडवा शहर में पटाखे फोड़ने को लेकर हुए विवाद में पथराव की घटना के बाद पुलिस ने करीब 30-40 लोगों के खिलाफ तीन प्राथमिकी दर्ज की हैं। पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी। पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह ने पत्रकारों को बताया कि घटना सोमवार मध्यरात्रि की है। घटना के बाद पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण में किया और शहर के दो इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी। 

उन्होंने बताया कि प्रारंभिक सूचना के अनुसार कंजर मोहल्ला में पटाखा फोड़ने को लेकर दो गुटों में विवाद शुरू हो गया और बाद में उसने हिंसा का रूप ले लिया जोकि भगत चौक तक फैल गई। अधिकारी ने कहा कि स्थिति अब नियंत्रण में है और इसकी निगरानी की जा रही है। मंगलवार दोपहर को सिंह ने कहा कि शिकायतों के बाद आठ नामजद व्यक्तियों सहित लगभग 30-40 लोगों के खिलाफ तीन प्राथमिकी दर्ज की गईं। 

इस बीच, कोतवाली थाना प्रभारी बलदेव सिंह बिसेन ने बताया कि मोहल्ला निवासी मीनाबाई गौहर की शिकायत पर रियाज, हबीब, जीशान, फिरोज, शादाब और फैजान समेत 15 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई। उन्होंने कहा कि महिला ने शिकायत की कि आरोपियों के पथराव से उसके एक हाथ में गंभीर चोट आयी। बिसेन ने कहा कि आरोपियों के खिलाफ भादवि की धारा 294 (अश्लील कृत्य), धारा 147 (दंगा), धारा 323 (जानबूझकर चोट पहुंचाना), धारा 506 (आपराधिक धमकी) तथा अन्य के अलावा एससी/एसटी अधिनियम के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है।

अधिकारियों ने कहा कि दंगा और भादवि की अन्य संबंधित धाराओं के लिए दो अन्य प्राथमिकी दर्ज की गई हैं। कुछ प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि घटना के दौरान एक विवाह समारोह स्थल पर पथराव किया गया और कुछ वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया गया। उन्होंने यह भी दावा किया कि पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए बल प्रयोग किया।