मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा में CRPF जवान कबीर सिंह उईके का पार्थिव शरीर उनके घर पहुंचा तो परिवार के लोग आंसू नहीं रोक सके। जम्मू कश्मीर के कठुआ में आतंकियों के साथ मुठभेंड़ में कबीर को अपनी जान गंवानी पड़ी। भारतीय सेना काफी समय से जम्मू कश्मीर में सर्च ऑपरेशन चला रही है। इसी ऑपरेशन के बीच मंगलवार (11 जून) शाम को आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ शुरू हुई थी। इसी मुठभेड़ में कबीर सिंह उईके घायल हुए और उनकी मौत हो गई।
कबीर सिंह उईके का पार्थिव शरीर जब उनके घर लाया गया तो सभी परिवार के लोग शको में डूब गए। उनकी मां ने कहा कि दोपहर दो बजे के करीब उनकी कबीर से बात हुई थी। वह 10 तारीख को घर आने वाले थे।
DIG ने बंधाया ढाढ़स
CRPF के कई सीनियर अधिकारी कबीर के पार्थिव शरीर के साथ उनके घर पहुंचे थे। ऐसे में जब उनकी मां अपने आंसू नहीं रोक पाईं तब DIG नीतू ने उनका ढाढ़स बंधाया। कबीर मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा के रहने वाले थे। वह जम्मू कश्मीर में तैनात थे और कठुआ में आतंकि मुठभेड़ के दौरान उनकी जान गई।
खत्म नहीं हुआ ऑपरेशन
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) जम्मू, आनंद जैन ने बुधवार को कहा कि कठुआ मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए और सीआरपीएफ का एक जवान शहीद हो गया, जबकि ऑपरेशन अभी बंद नहीं किया गया है, जारी है। एडीजीपी जैन ने कहा कि मुठभेड़ कल शाम शुरू हुई और आज दोपहर तक चली। “शुरुआत में एक आतंकवादी मारा गया था और एक और मारा गया है। हमने गोलीबारी में एक सीआरपीएफ जवान भी खो दिया। मारे गए लोग एक नए घुसपैठिए समूह का हिस्सा थे। हमने ऑपरेशन बंद नहीं किया है क्योंकि इलाके में कुछ और आतंकवादी छिपे हो सकते हैं।'' उन्होंने बताया कि मुठभेड़ में घायल नागरिक की हालत स्थिर है और वह खतरे से बाहर है।
उन्होंने कहा कि मारे गए आतंकवादियों के पास से ग्रेनेड, आईईडी, एक अमेरिका निर्मित एम 4 कार्बाइन और अन्य युद्ध जैसे सामान बरामद किए गए। चत्तरगाला इलाके में हुई एक अन्य मुठभेड़ के बारे में एडीजीपी ने कहा कि ऑपरेशन जारी है।