मध्य प्रदेश में कोरोना के 2142 नए मामले, CM शिवराज की अपील- घर पर मनाएं होली
मध्य प्रदेश में शनिवार को कोरोना वायरस से संक्रमण के 2,142 नए मामले सामने आए।
भोपाल: मध्य प्रदेश में शनिवार को कोरोना वायरस से संक्रमण के 2,142 नए मामले सामने आए। इसके साथ ही प्रदेश में इस घातक वायरस से अब तक संक्रमित पाए गए लोगों की कुल संख्या बढ़कर 2,86,407 तक पहुंच गई। वहीं, राज्य में पिछले 24 घंटों में इस बीमारी से प्रदेश में 10 और व्यक्तियों की मौत हुई है, जिससे अब तक इस बीमारी से जान गंवाने वाले लोगों की कुल संख्या 3,947 हो गई है। सूबे में बढ़ते कोरोना के मामलों को देखते हुए सूबे के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अपील की है कि होली आदि त्यौहार अपने घर पर ही मनाएं।
‘सबसे ज्यादा 619 नए मामले इंदौर में’
मध्य प्रदेश स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि प्रदेश में शनिवार को कोरोना वायरस से संक्रमण के सबसे ज्यादा 619 नए मामले इंदौर में आए। अधिकारी ने बताया कि राजधानी भोपाल में भी 460 नए संक्रमित मिले हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश में कुल 2,86,407 संक्रमितों में से अब तक 2,69,465 मरीज स्वस्थ होकर घर चले गए हैं। अधिकारी ने बताया कि सूबे में अभी 12,995 मरीजों का इलाज विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है। उन्होंने कहा कि शनिवार को 1175 रोगियों ने कोरोना वायरस के संक्रमण को मात दी और उन्हें ठीक होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।
‘घर पर ही मनाएं होली का त्योहार’
इस बीच सूबे के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार रात को प्रदेशवासियों से अपील की कि वे कोविड-19 का संक्रमण रोकने के लिए होली आदि त्यौहार अपने घर पर ही मनाएं। चौहान ने प्रदेशवासियों को अपने संदेश में कहा, ‘कोविड-19 संक्रमण रोकने के लिये होली आदि त्यौहार अपने घर पर ही मनाएं। बिना भीड़-भाड़ के रस्में निभायें और परंपराएं पूरी करें।’ उन्होंने कहा कि अगर परंपरा का निर्वाह जरूरी है तो स्थानीय प्रशासन की अनुमति लेकर बिना भीड़ के प्रतीकात्मक रूप से इनका निर्वाह करें।
‘तेजी से बढ़ रहा है कोरोन का संक्रमण’
सीएम चौहान ने कहा कि एक बार फिर कोरोना वायरस संक्रमण तेजी से पूरे प्रदेश में बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि कुछ शहर तो ऐसे हैं जहां संक्रमण की संख्या उच्चतम स्तर पर पहुंच गई है। मुख्यमंत्री ने कहा कि गरीबों को दिक्कत न हो, इसलिए सरकारी अस्पतालों के साथ-साथ आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत आने वाले निजी अस्पतालों में भी गरीबों के निशुल्क इलाज की व्यवस्था की गई है। इस बीच भोपाल जिला प्रशासन ने 20 इलाकों कंटेनमेंट जोन घोषित किया है, इन क्षेत्रों के निवासियों को होम क्वारंटीन में रहना अनिवार्य होगा।