जबलपुर: मध्य प्रदेश के जबलपुर में कोरोना वायरस से संक्रमित 64 साल के एक मरीज ने शुक्रवार को अस्पताल की दूसरी मंजिल से कथित तौर पर कूदकर आत्महत्या कर ली। गढ़ा थाने के प्रभारी निरीक्षक राकेश तिवारी ने मामले के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि मृतक का उपचार नेताजी सुभाष चंद्र बोस मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में चल रहा था। उन्होंने बताया कि मृतक को 5 दिन पहले ही अस्पताल में भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान ही शुक्रवार को उसने बिना ग्रिल वाली खिड़की से कूदकर खुदकुशी कर ली। मरीज की मौके पर ही मौत हो गई।
जबलपुर के जिलाधिकारी के. के. शर्मा ने बताया कि वरिष्ठ अधिकारियों और एक मनोचिकित्सक की टीम घटना की जांच करेगी। उन्होंने बताया कि लोक निर्माण विभाग वॉर्ड में खिड़कियों पर ग्रिल लगाने की प्रक्रिया में था। बता दें कि पिछले कुछ दिनों में देश के कई हिस्सों से कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के आत्महत्या करने की खबरें आई हैं। इनमें से अधिकांश ने अस्पताल में ही खुदकुशी की है। वहीं, कई मामलों में तो मरीजों ने अस्पतालों से भागने की भी कोशिश की है। विशेषज्ञों के मुताबिक, मरीजों द्वारा इतने खतरनाक कदम उठाने की वजहों में मानसिक तौर पर उनका टूट जाना और अस्पतालों का कुप्रंधन शामिल हैं।
बता दें कि मध्य प्रदेश में गुरुवार को कोरोना वायरस से संक्रमण के एक दिन में सर्वाधिक 1672 नए मामले सामने आए थे। इसके साथ ही सूबे में इस वायरस से संक्रमित पाए गए लोगों की कुल संख्या 68,586 तक पहुंच गई थी। मध्य प्रदेश में कोरोना वायरस के संक्रमण से अपनी जान गंवाने वालों की संख्या भी गुरुवार को1,483 हो गई थी। प्रदेश में कुल 68,586 संक्रमितों कुल 52,215 मरीज ठीक हो चुके हैं और 14,888 मरीजों का इलाज विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है। गुरुवार को भी 1091 रोगियों को ठीक होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दी गई थी।