मध्य प्रदेश में कोरोना बेकाबू, करीब 4 हजार नए मामले आए, 15 शहरों में लग चुका है लॉकडाउन
मध्य प्रदेश में मंगलवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 3,722 नए मामले सामने आए और इसके साथ ही प्रदेश में इस वायरस से अब तक संक्रमित पाए गए लोगों की कुल संख्या 3,13,971 हो गयी। राज्य में पिछले 24 घंटों में इस बीमारी से 18 और व्यक्तियों की मौत हुई है।
भोपाल: मध्य प्रदेश में मंगलवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 3,722 नए मामले सामने आए और इसके साथ ही प्रदेश में इस वायरस से अब तक संक्रमित पाए गए लोगों की कुल संख्या 3,13,971 हो गयी। राज्य में पिछले 24 घंटों में इस बीमारी से 18 और व्यक्तियों की मौत हुई है। प्रदेश में अब तक इस बीमारी से मरने वालों की संख्या 4,073 हो गयी है। यह जानकारी मध्य प्रदेश स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी ने दी है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में मंगलवार को कोविड-19 के 805 नये मामले इंदौर में सामने आये, जबकि भोपाल में 582 नये मामले सामने आये। अधिकारी ने बताया कि प्रदेश में अब तक 2,85,743 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं और 24,155 मरीजों का इलाज विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है।
कोरोना वायरस की रफ्तार को रोकने के लिए प्रदेश के 15 शहरों में लॉकडाउन लगाया जा चुका है। भोपाल, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर के हालात ज्यादा खराब हैं। इन चारों शहरों में प्रदेश के 50 फ़ीसदी मामले हैं। बीते 7 दिनों में बीस हजार से ज्यादा संक्रमित सामने आए हैं। वहीं शिवपुरी जिला चिकित्सालय के कोविड-19 पृथक वार्ड में भर्ती कोरोना वायरस से संक्रमित दो महिलाओं सहित चार मरीज कथित रूप से भाग गये। इस मामले में पुलिस ने इन चारों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर ली है।
कोतवाली पुलिस निरीक्षक बादाम सिंह ने मंगलवार को बताया, ‘‘शिवपुरी जिला चिकित्सालय प्रशासन की शिकायत पर अस्पताल से भागे इन चारों कोरोना पॉजिटिव लोगों के विरुद्ध कोतवाली थाने में भादंवि की धारा 188, 269 एवं 270 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।’’ उन्होंने कहा कि तीन आरोपियों, जिनमें दो पुरुष एवं एक महिला है, को संक्रमित होने के बाद पृथक वार्ड में रखा गया था और वे तीनों बिना किसी को बताये तीन अप्रैल की रात को लगभग आठ बजे अस्पताल से भाग गये।
इस बीच निजी अस्पतालों द्वारा मरीजों से अनाप-शनाप शुल्क वसूली की शिकायतों का संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि उनकी सरकार इस प्रवृत्ति पर लगाम लगाने के लिए महामारी के इलाज की दरें तय करेगी। कोविड-19 से बचाव के उपाय अपनाने के प्रति जनता को जागरूक करने के मकसद से सूबे की राजधानी भोपाल में 24 घंटे के लिए स्वास्थ्य आग्रह पर बैठे मुख्यमंत्री ने जिलों के पत्रकारों से ऑनलाइन संवाद में यह बात कही।
उन्होंने कहा, "मुझे आज ही कई लोगों ने बताया है कि निजी अस्पतालों में कोविड-19 के मरीजों से अनाप-शनाप फीस वसूली जा रही है। हम इन अस्पतालों में महामारी के इलाज की दरें तय करेंगे।" चौहान ने कहा कि कोविड-19 संकट के लगातार विकट होने के मद्देनजर प्रदेश के अस्पतालों में बिस्तरों की संख्या लगातार बढ़ाई जा रही है। उन्होंने कहा, "महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश जैसे पड़ोसी राज्यों में महामारी का संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा है। इस कारण मध्यप्रदेश में भी संक्रमितों की संख्या असाधारण रूप से बढ़ रही है।"
मुख्यमंत्री ने दोहराया कि कोविड-19 की रोकथाम के लिए वह फिलहाल राज्य में लम्बी अवधि के लॉकडाउन के पक्ष में नहीं हैं क्योंकि इससे अर्थव्यवस्था ध्वस्त और गरीब तबका पस्त हो जाता है। उन्होंने कहा कि मौजूदा हालात में वह रविवार या एक और दिन के लॉकडाउन को ही उचित मानते हैं। चौहान ने कहा कि स्वास्थ्य आग्रह के दौरान उन्होंने समाज के अलग-अलग तबकों के लोगों से संवाद किया है और बुधवार सुबह वह महामारी से निपटने के लिए कुछ और सरकारी कदमों का फैसला करेंगे।
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