मध्य प्रदेश में आज 19 दिसंबर से शुरू हो रहे विधानसभा के सित्कालीन सत्र में विपक्ष ने सर्कार को घेरने की पूरी तैयारी कर ली है। कांग्रेस पार्टी सदन में शिवराज सरकार के खिलाफ अविश्ववास प्रस्ताव लाएगी। प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमल नाथ के आवास पर आयोजित कांग्रेस विधायक दल की बैठक में सर्वसम्मति से यह फैसला लिया गया।
शिवराज सरकार हर मोर्चे पर विफल हो गई
कमलनाथ ने इस बैठक को संबोधित करते हुए ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार हर मोर्चे पर विफल हो गई है और यह जनता के बीच विश्वास खो चुकी है। इन परिस्थितियों में कांग्रेस विधायक विधानसभा के शीतकालीन सत्र में अविश्वास प्रस्ताव लाएंगे। प्रदेश के प्रभारी महामंत्री जयप्रकाश अग्रवाल ने कहा, "हमारे विधायकों की यह जिम्मेदारी है कि वह पुरजोर ढंग से जनता के मुद्दे विधानसभा में उठाएं।"
नेता प्रतिपक्ष डॉ. गोविंद सिंह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी ने शिवराज सरकार के खिलाफ विस्तृत आरोपपत्र तैयार कर लिया है। अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान इस आरोप पत्र के माध्यम से कांग्रेस पार्टी भाजपा की जन विरोधी नीतियों को घेरेगी।
आवश्यकता हो तो रात नौ बजे तक बैठक चले
सभी विधायकों ने आम राय से यह मत व्यक्त किया कि शिवराज सरकार हर बार कोई न कोई बहाना खड़ा करके विधानसभा की कार्यवाही समय से पहले समाप्त करने का षड्यंत्र करती है। कांग्रेस मानती है कि विधानसभा की प्रतिदिन की बैठक शाम पांच बजे के बजाए देर शाम तक चलाई जाए। आवश्यकता हो तो रात नौ बजे तक बैठक चले।
शिवराज सरकार एक के बाद एक घोटालों से घिरी हुई
बैठक के बाद संवाददाताओं को संबोधित करते हुए पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा और तरुण भनोट ने कहा कि शिवराज सरकार एक के बाद एक घोटालों से घिरी हुई है। प्रदेश में महंगाई और बेरोजगारी अपने चरम पर है। प्रदेश की कानून व्यवस्था बुरी तरह लचर हो गई है और किसान खाद के लिए मारे मारे फिर रहे हैं। विधानसभा में कांग्रेस पार्टी समाज के हर वर्ग की समस्या को पुरजोर तरीके से उठाएगी।