भोपाल: इस साल के अंत में प्रदेश में विधानसभा चुनाव प्रस्तावित हैं। चुनावों के लिए भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस दोनों दलों ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं। सीटों के आंकड़े और समीकरण निकाले जाने लगे हैं और उस हिसाब से रणनीति बनना शुरू हो चुकी है। प्रदेश के 2 बार मुख्यमंत्री रह चुके कांग्रेसी दिग्गजों में से एक दिग्विजय सिंह इन दिनों एक्शन मोड में है। प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने दिग्विजय को उन सीटों पर जिताने की जिम्मेदारी दी है जिन पर कांग्रेस लगातार हारती आई है। दिग्विजय सिंह इसी के चलते प्रदेश के जिले-जिले घूम रहे हैं और सरकार पर हमला भी कर रहे हैं।
इसी कड़ी में दिग्विजय सिंह ने ताजा निशाना केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पर साधा है। शाजापुर में पत्रकारों से बातचीत के दौरान दिग्विजय सिंह ने कहा, "मैं ज्योतिरादित्य सिंधिया से सवाल पूछना चाहता हूं की आप कांग्रेस छोड़कर इसलिए गए थे कि वादे पूरे नहीं हो रहे हैं। अब आप भाजपा में मंत्री बन गए हैं तो कर्ज माफी की बात क्यों नहीं कर रहे हैं? आज आप अतिथि शिक्षकों की बात क्यों नहीं कर रहे हैं? आपने कांग्रेस छोड़ने से पहले कहा था मैं सड़कों पर उतरूंगा अब क्यों नहीं उतर रहे हैं सड़कों पर।"
Image Source : file दिग्विजय सिंह
शाजापुर में दिग्विजय सिंह ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कमलनाथ सरकार के 15 महीने के दौरान किए गए कामों को बताया। दिग्विजय सिंह ने कहा, "हमने सरकार में आते ही 1 लाख तक के किसानो के कर्ज़े माफ कर दिए थे, भाजपा ने आरोप लगाया तो हमने शिवराज सिंह चौहान के परिवार जनों के जो कर्ज माफ हुए थे वह आंकड़े भी दे दिए।" उन्होंने कहा कि कमलनाथ ने मुख्यमंत्री बनते ही 1000 नई गौशालाओं को स्वीकृति दी और एक एक गौशाला पर 20 से 27 लाख तक की राशि दी। प्रतिदिन प्रति गाय चारे का जो रेट ₹2 किलो था उसे ₹20 किलो किया।
'सरकार के कुछ भ्रष्ट कांग्रेसी बिकाऊ विधायक चले गए'
दिग्विजय सिंह ने कहा कि कांग्रेस की सरकार 15 महीने की सरकार गिरने का कारण बताते हुए कहा, "सरकार के कुछ भ्रष्ट कांग्रेसी बिकाऊ विधायक चले गए।" उन्होंने कहा कि मैं इसको फिर दोहराता हूं कि जो गए वो बड़े-बड़े जमींदार और राजा महाराजा थे। वो लोग बिक गए, लेकिन जो विधायक ईमानदार, गरीब दलित और आदिवासी थे, उन्हें अपनी जनता और उनका विश्वास पैसों से ज्यादा प्यारा था और वे नहीं बिके।