मध्य प्रदेश में चुनाव से पहले ही कांग्रेस ने मानी हार? दिग्विजय सिंह ने दिया बड़ा बयान
सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री इन दिनों उन तमाम हारी हुई सीटों का दौरा कर रहे हैं जिनके चलते कांग्रेस बीच के 15 महीने छोड़ दें तो 18 सालों से सत्ता से दूर है।
भोपाल: मध्य प्रदेश में कांग्रेस के चाणक्य कहे जाने वाले दिग्विजय सिंह के बयान ने सनसनी फैला दी है। सीहोर पहुंचे दिग्विजय सिंह ने एक बयान में स्वीकार किया है कि कांग्रेस का संगठन कमजोर है और इलेक्शन मैनेजमेंट में कमी रहती है। सीहोर में कार्यकर्ताओं की बैठक के बाद दिग्विजय सिंह ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि हमें यह स्वीकार करने में कहीं भी एतराज नहीं है कि हमारी कांग्रेस पार्टी का जैसा संगठन होना चाहिए, वैसा नहीं है।
हारी हुई सीटों का दौरा कर रहे हैं दिग्विजय
दिग्विजय ने कहा कि हमको यह भी एतराज नहीं है कि हमारा जो प्रबंधन है, पोलिंग के आखरी दिन भी कमी रहती है, वैसी तैयारी हमारी नहीं हैं। सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री इन दिनों उन तमाम हारी हुई सीटों का दौरा कर रहे हैं जिनके चलते कांग्रेस बीच के 15 महीने छोड़ दें तो 18 सालों से सत्ता से दूर है। दिग्विजय ऐसे में हार की वजह जानने और रूठे हुए लोगों को मनाने के लिए अब तक विंध्य बुंदेलखंड और मालवा की तकरीबन 50 से ज्यादा सीटों पर पहुंच चुके हैं। यही वजह है उन्हें कांग्रेस के जमीनी हालात साफ दिखाई दे रहे हैं।
‘जनता हमें वोट तो देना चाहती है, लेकिन...’
दिग्विजय सिंह ने आगे कहा ‘जनता हमें वोट तो देना चाहती है, लेकिन संगठन की कमजोरी की वजह से हम लोग उसे पूरा नहीं कर पाए।’ चुनाव से पहले संगठन की कमजोरी को बयां करते इस बयान के बाहर आते ही बीजेपी को न केवल दिग्विजय सिंह को, बल्कि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ को भी घेरने का मौका मिल गया। एमपी के कैबिनेट मंत्री विश्वास कैलाश सारंग इंडिया टीवी से बातचीत के दौरान कहा दिग्विजय सिंह का यही स्टाइल है, संगठन के मुखिया कमलनाथ है ऐसे में संगठन को कमजोर बताकर वह कमलनाथ पर हमला बोल रहे हैं।
‘दिग्विजय सिंह का यही स्टाइल है’
सारंग ने कहा, ‘एक तरफ तो आप कहते हो कि कमलनाथ हमारे सीएम फेस हैं, और दूसरी तरफ आप कह रहे हैं कि कमलनाथ के नेतृत्व में जो संगठन काम कर रहा है वह तार-तार हैं। यही दिग्विजय सिंह का स्टाइल है वह कमलनाथ को वापस कोलकाता छोड़कर आएंगे।’ बता दें कि 15 महीने मुख्यमंत्री रह चुके कमलनाथ के पास प्रदेश अध्यक्ष की हैसियत से कांग्रेस को 2023 के चुनाव में जिताने की जिम्मेदारी है। ऐसे में दिग्विजय सिंह का यह बयान कांग्रेस की जमीनी असलियत दिखाने के साथ-साथ अंदरूनी राजनीति को भी दिखा रहा है।
कमलनाथ ने की डैमेज कंट्रोल की कोशिश
दिग्विजय सिंह का बचाव करते हुए कमलनाथ ने कहा कि दिग्विजय सिंह ने ये नहीं कहा कि संगठन कमजोर है बल्कि उन्होंने कहा कि हमारा बूथ मैनेजमेंट कमजोर है, क्योंकि हमारा मुकाबला केवल भारतीय जनता पार्टी नहीं बल्कि भारतीय जनता पार्टी के संगठन से है। और हमारा संगठन मजबूत हो गया और मजबूती की और जा रहा है। हम बूथ लेवल तक अपना संगठन बना रहा हूं क्योंकि मैं मानता हूं कि सबसे भारी बूथ प्रभारी। और हम उनका मुकाबला करेंगे।