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Hindi News मध्य-प्रदेश Chitrakoot Election Result 2023: चित्रकूट में भाजपा या कांग्रेस, कौन मारेगा बाजी, जानें क्या है पिछला रिकॉर्ड

Chitrakoot Election Result 2023: चित्रकूट में भाजपा या कांग्रेस, कौन मारेगा बाजी, जानें क्या है पिछला रिकॉर्ड

Chitrakoot Election Result 2023: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के मद्देनजर चित्रकूट अहम सीटों में से एक है। इस सीट पर कभी कांग्रेस तो कभी भाजपा जीतती रही है। साल 2018 में कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार नीलांशु चतुर्वेदी ने भाजपा उम्मीदवार सुरेंद्र गहरवार को 10 वोटों से हराया था।

Chitrakoot Madhya Pradesh Assembly Election Results 2023 Who will win Chitrakoot Assembly Seat bjp o- India TV Hindi Image Source : FACEBOOK नीलांशु चतुर्वेदी और सुरेंद्र गहरवार

Chitrakoot Election Result 2023: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के मद्देनजर राज्य की चित्रकूट विधानसभा सीट बेहद अहम है। यहां से साल 2018 में कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार ने जीत दर्ज की थी। इस बार विधानसभा चुनाव का परिणाम किसके पक्ष में होगा यह देखना अहम होगा। बता दें कि चित्रकूट विधानसभा सीट मध्य प्रदेश के सतना जिले में आती है। 2018 में चित्रकूट में कुल 41 फीसदी वोट पड़े थे। 2018 में यहां से कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार नीलांशु चतुर्वेदी ने भाजपा के सुरेंद्र गहरवार को 10 वोटों से हराया था। चित्रकूट विधानसभा सीट सतना के तहत आती है। इस संसदीय क्षेत्र से भाजपा के सांसद गणेश सिंह हैं। बता दें कि उन्होंने कांग्रेस पार्टी के राजा राम त्रिपाठी को 231473 वोटों से हराया था। 

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कैसा है पिछला रिकॉर्ड

बता दें कि मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के मद्देनजर 17 नवंबर 2023 को वोटिंग की गई थी। वहीं 3 दिसंबर 2023 को इस बाबत चुनाव के रिजल्ट घोषित होंगे। चित्रकूट विधानसभा सीट से भाजपा ने फिर से सुरेंद्र सिंह गहरवार और कांग्रेस से नीलांशु चतुर्वेदी को चुनावी मैदान में उतारा है। विधानसभा चुनाव 2018 में नीलांशु चतुर्वेदी को 58,465 वोट मिले थे। वहीं सुरेंद्र सिंह गहरवार को 48,267 वोट मिले थे। वहीं तीसरे स्थान पर बसपा के उम्मीदवार रावेंद्र सिंह पटवारी थे, जिन्हें 24,010 वोट मिले थे। बता दें कि साल 2013 में यहां से कांग्रेस के प्रेम सिंह, 2008 में भाजपा के सुरेंद्र सिंह गहरवार, 2003 में कांग्रेस के प्रेम सिंह ने जीत दर्ज की थी। 

भाजपा और कांग्रेस के बीच टक्कर

वहीं 1998 में कांग्रेस के उम्मीदवार प्रेम सिंह ने जीत दर्ज की थी। साथ ही 1993 में बसपा उम्मीदवार गणेश, 1990 में जनता दल के रामनंद सिंह, 1985 में कांग्रेस के रामचंद्र बाजपेयी, 1980 में आईएनसी (इंदिरा), 1977 में रामानंद सिंह जेएनपी से चुनाव जीता था। बता दें कि इस सीट पर कभी भी किसी एक पार्टी का वर्चस्व नहीं रहा है। समय-समय पर इस सीट पर कई पार्टियों का शासन रहा है। हालांकि अधिकांश समय तक इस सीट पर कांग्रेस पार्टी ने जीत दर्ज की थी। वहीं भाजपा भी कई बार इस सीट चुनाव जीतती रही है।