इंडिया टीवी-CNX opinion poll: मध्य प्रदेश में भाजपा 115 सीटों के साथ बिल्कुल बीच के आंकड़े को छुएगी
मध्य प्रदेश में चुनाव की तारीख और रिजल्ट घोषित करने की तारीख का ऐलान हो चुका है। इस बीच जनता का मूड जानने के लिए इंडिया टीवी सीएनएक्स ने मध्य प्रदेश में ओपिनियन पोल का आयोजन किया। इस ओपिनियन पोल के रिजल्ट चौंकाने वाले हैं।
नई दिल्ली: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में इस बार भारतीय जनता पार्टी 230 सीटों वाले सदन में 115 सीटों के साथ बिल्कुल बीच के आंकड़े को छूएगी। इंडिया टीवी-सीएनएक्स ओपिनियन पोल के सर्वे में ये अनुमान लगाया गया है। ओपोनियन पोल के नतीजे आज न्यूज चैनल पर प्रसारित किये गये। ओपिनियन पोल के मुताबिक, प्रमुख विपक्षी पार्टी कांग्रेस 110 सीटों पर जीत हासिल कर सकती है। पांच साल पहले कांग्रेस को 114 सीटें मिली थी, जबकि भाजपा को 109 सीटें मिली थी। इस बार सत्ता की कुंजी निर्दलीयों और छोटी पार्टियों के हाथ रह सकती है, इन्हें 5 सीटें मिल सकती है, जबकि पिछली बार 7 सीटें मिली थी। ओपिनियन पोल में वोट शेयर के अनुमान के मुताबिक, भाजपा को 44.38 प्रतिशत, कांग्रेस को 42.51 प्रतिशत और अन्य को 13.11 प्रतिशत वोट मिल सकते हैं। 2018 के चुनाव में भाजपा को 41.02 प्रतिशत, कांग्रेस को 40.89 प्रतिशत और अन्य को 18.09 प्रतिशत वोट मिले थे।
क्षेत्रवार सीटों का अनुमान
इंडिया टीवी-सीएनएक्स पोल में क्षेत्रवार सीटों का अनुमान इस प्रकार है –
- बघेलखंड की 51 सीटों में से भाजपा को 31 सीटें मिल सकती है, जबकि कांग्रेस को 19 और अन्य को एक सीट मिल सकती है।
- भोपाल की 24 सीटों में से, भाजपा को 16 सीटें और कांग्रेस को बाकी 8 सीटें मिल सकती है।
- चम्बल की 34 सीटों में से, कांग्रेस को 22 सीटें मिल सकती है, जबकि भाजपा को बाकी 12 सीटें मिल सकती है।
- महाकौशल की 47 सीटों में से कांग्रेस को 26 सीटें मिल सकती है, जबकि भाजपा को 19 सीटें और अन्य को 2 सीटे मिल सकती है।
- मालवा की 46 सीटों में से, भाजपा को 25 सीटें मिल सकती है, जबकि कांग्रेस को 20 सीटें और बची एक सीट अन्य को मिल सकती है।
- निमाड़ की 28 सीटों में से कांग्रेस को 15 सीटें, भाजपा को 12 सीटें और बची एक सीट अन्य को मिल सकती है।
मुख्यमंत्री की रेस में कौन हैं आगे
ओपिनियन पोल में सीएम पद के लिए 44.32 प्रतिशत वोटरों ने शिवराज सिंह चौहान को, और 38.58 प्रतिशत ने कमल नाथ को पसंद किया। सिर्फ 9 प्रतिशत ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को, 1.52 प्रतिशत ने दिग्विजय सिंह को, और बाकी 6.58 प्रतिशत ने अन्य नेताओं को पसंद किया।
ओपनियिन पोल के कुछ खास नतीजे
- 65.32 प्रतिशत वोटरों ने कहा कि प्रदेश में जातिवार जनगणना सर्वे होना चाहिए, लेकिन 20.63 प्रतिशत लोग इसके पक्ष में नहीं थे। 14 प्रतिशत लोगों ने कहा – हमें नहीं पता।
- चुनाव के मुख्य मुद्दों के बारे में पूछे जाने पर 27.4 प्रतिशत ने बेरोजगारी को मुख्य मुद्दा बताया, जबकि 21.05 प्रतिशत ने विकास को मुद्दा बताया। 19.11 प्रतिशत ने महंगाई को मुख्य मुद्दा बताया, तो 14.42 प्रतिशत ने हिन्दुत्व को मुख्य मुद्दा बताया। 7.23 प्रतिशत ने भ्रष्टाचार को मुख्य मुद्दा बताया।
- 46.83 प्रतिशत वोटरों ने शिवराज सिंह चौहान की सरकार के काम को 1 से 10 के स्केल में 8-10 अंक दिया, 40.67 प्रतिशत ने 0-4 अंक दिया, और 12.5 प्रतिशत ने 5-7 का अंक दिया।
- 37 प्रतिशत ने कहा कि वे अपने स्थानीय विधायक के काम से खुश हैं, लेकिन 32.12 प्रतिशत ने कहा, वे अपने विधायक के काम से नाखुश हैं।
- ये पूछे जाने कि किस पार्टी की सरकार ने प्रदेश में बेहतर काम किया, 42.43 प्रतिशत ने कहा – भाजपा सरकार और 37.02 प्रतिशत ने कहा – कांग्रेस सरकार।
- महिलाओं से पूछा गया कि क्या शिवराज सिंह की लाड़ली बहना योजना से चुनाव पर असर पड़ेगा, 47.3 प्रतिशत ने कहा – हां, लेकिन 36.5 प्रतिशत ने कहा – नहीं।
- इस सवाल पर कि किस पार्टी की गारंटियां (कल्याण योजनाएं) बेहतर हैं, 43.62 प्रतिशत ने कहा – भाजपा, और 42.15 प्रतिशत ने कहा – कांग्रेस।
- 44.75 प्रतिशत वोटरों ने कहा कि वे कोविड महामारी के दौरान सरकार के काम से असन्तुष्ट हैं, जबकि 35.61 प्रतिशत ने कहा कि वे संन्तुष्ट हैं।
- 53.25 प्रतिशत लोगों ने कहा कि भाजपा ने केंद्रीय मंत्रियों और सांसदों को चुनाव में उम्मीदवार बनाने का जो फैसला किया उससे पार्टी को फायदा होगा, लेकिन 37.18 प्रतिशत ने कहा – नहीं।
- इंडिया टीवी-सीएनएक्स ओपिनियन पोल सर्वे में विधानसभा की कुल 230 सीटों में से 115 विधानसभा क्षेत्रों में 11,500 लोगों से सवाल पूछे गये। इनमें 5,758 पुरुष और 5,742 महिलाएं थीं। सर्वे में समाज के सभी वर्गों और जातियों के 18 से 60 साल उम्र के वोटरों की राय ली गई।