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Hindi News मध्य-प्रदेश मध्य प्रदेश में मंत्रियों के विभाग बटवारे पर आज और मंथन, बड़े विभागों के लिए अड़े सिंधिया

मध्य प्रदेश में मंत्रियों के विभाग बटवारे पर आज और मंथन, बड़े विभागों के लिए अड़े सिंधिया

मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में बनी सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार हो चुका है, लेकिन विभाग वितरण पर पेंच फंस गया है। अब अंतिम फैसला लेने की जिम्मेदारी केंद्रीय नेतृत्व पर छोड़ दी गई है।

BJP central leadership to decide Madhya Pradesh portfolio allocation- India TV Hindi Image Source : PTI BJP central leadership to decide Madhya Pradesh portfolio allocation

भोपाल: मध्य प्रदेश में शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में बनी सरकार के मंत्रिमंडल का विस्तार हो चुका है, लेकिन विभाग वितरण पर पेंच फंस गया है। अब अंतिम फैसला लेने की जिम्मेदारी केंद्रीय नेतृत्व पर छोड़ दी गई है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस छोड़कर भाजपा में आए पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया अपने समर्थकों के लिए महत्वपूर्ण विभाग मांग रहे है। इसी के चलते पहले मंत्रिंमंडल विस्तार में देरी हुई और अब मंत्रियों के विभाग वितरण में देरी हो रही है।

मुख्यमंत्री चौहान ने दो दिन तक दिल्ली में तमाम बड़े नेताओं से मुलाकात कीं और मंत्रियों के बीच विभागों के बंटवारे पर भी चर्चा कीं। सूत्रों का कहना है कि ज्योतिरादित्य सिंधिया ने राज्य मंत्रियों को स्वतंत्र प्रभार देने की बात कही है और साथ ही अपने करीबियों को महत्वपूर्ण विभाग देने का प्रस्ताव भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व के सामने रखा है।

सूत्रों का कहना है कि पार्टी अगर सिंधिया के राज्य मंत्रियों को स्वतंत्र प्रभार दिए जाने की बात से सहमत हो जाती है तो किसी भी मंत्री के हिस्से में दो विभाग नहीं आएंगे। ऐसा इसलिए क्योंकि राज्य में प्रमुख विभागों की संख्या 34 है।

मंत्रियों के बीच विभाग वितरण को लेकर चल रही भोपाल से दिल्ली तक की दौड़ के बीच प्रदेश प्रभारी डॉ विनय सहस्रबुद्धे और पूर्व केंद्रीय मंत्री सिंधिया के बीच सोमवार की रात को चर्चा हुई है। माना जा रहा है कि दोनों नेताओं के बीच आगामी समय में होने वाले 24 विधानसभा उपचुनाव की रणनीति के साथ विभाग वितरण पर भी चर्चा हुई है।

सूत्रों का कहना है कि सिंधिया की ओर से ग्रामीण विकास, पंचायत, महिला बाल विकास, सिंचाई, गृह, परिवहन, जनसंपर्क, खाद्य आपूर्ति जैसे महत्वपूर्ण विभागों को मांगा गया है। साथ ही सुझाव दिया है कि राज्य मंत्रियों को स्वतंत्र प्रभार दिए जाए। सिंधिया के इन सुझावों पर पार्टी विचार कर रही है।

इस बीच मुख्यमंत्री चौहान ने कहा है कि मंत्रियों के विभागों के बटवारे पर आज और वर्कआउट(मंथन) करुंगा। मुख्यमंत्री चौहान दो दिन तक दिल्ली में रहने के बाद मंगलवार को भोपाल लौटे है।

उन्होंने संवाददताओं के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि मंत्रिमंडल का विस्तार तो हो चुका है, विभागों के बटवारे पर आज और वर्कआउट करुंगा। मुख्यमंत्री चौहान के इस बयान के सियासी तौर पर यह मायने निकाले जा रहे हैं कि विभागों का वितरण आज देर रात तक या कल बुधवार को ही होने की संभावना है।