नई दिल्ली/भोपाल: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को कहा कि भोपाल में स्थित देश के सबसे आधुनिक रेलवे स्टेशन हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर ‘‘ रानी कमलापति’’ स्टेशन कर दिया गया है। उन्होंने इस फैसले के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद दिया। चौहान ने कहा, ‘‘भोपाल की वह अंतिम हिंदू रानी थी। उनके नाम पर हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम ‘‘रानी कमलापति’’ कर दिया गया है। यह मेरे लिए बहुत संतोष और आनंद का विषय है। इस ऐतिहासिक निर्णय के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को हृदय से धन्यवाद देता हूं।’’
PM मोदी 15 नवंबर को विश्वस्तरीय हबीबगंज रेलवे स्टेशन का उद्घाटन करेंगे
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि गोंड रानी कमलापति के राज्य को दोस्त मोहम्मद खान द्वारा हड़पने का षड्यंत्र किया गया था। उनके पुत्र की हत्या कर दी गई और जब रानी को लगा कि राज्य का अब वह संरक्षण नहीं कर पाएंगी तो उन्होंने आत्मसम्मान की रक्षा के लिए जल समाधि ले ली थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 15 नवंबर को हवाई अड्डे जैसी आधुनिक सुविधाओं के साथ पुनर्विकसित किए गए इस रेलवे स्टेशन का लोकार्पण करने वाले हैं। स्वतंत्रता सेनानी बिरसा मुंडा की जयंती पर उनकी याद में भोपाल में आयोजित जनजातीय गौरव दिवस सम्मेलन में प्रधानमंत्री शामिल होने के लिए 15 नवंबर को आने वाले हैं।
चौहान ने एक बयान में कहा कि मध्य प्रदेश के लोग हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम बदलकर भोपाल की गोंड रानी कमलापति के नाम पर रखने के लिए प्रधानमंत्री के आभारी हैं क्योंकि उन्होंने स्टेशन का नाम गोंड रानी के नाम पर रखकर आदिवासियों को गौरव बढ़ाया है। मध्य प्रदेश सरकार ने शुक्रवार को केंद्रीय गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर आधुनिक सुविधाओं से लैस किए गए हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम बदलने के लिए अनुरोध किया था और कहा था कि इससे गोंड शासक की विधवा रानी कमलापति की विरासत और बहादुरी का सम्मान होगा। गोंड समुदाय भारत में आदिवासियों को सबसे बड़ा समुदाय है।
भोपाल की भाजपा सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने गुरुवार को हबीबगंज रेलवे स्टेशन का नाम पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर रखने की मांग की थी। रानी कमलापति रेलवे स्टेशन भोपाल शहर में स्थित है और यह रेलवे के पश्चिम मध्य रेलवे जोन में आता है। भोपाल की बड़ी और छोटी झील के बीच स्थित एक महल का नाम गोंड रानी के नाम पर रानी कमलापति पैलेस रखा गया है।