भोपाल: मध्य प्रदेश में राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा का आज तीसरा दिन है। इस बीच आज सुबह कांग्रेस को एक बड़ा झटका लगा है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ के करीबियों में गिने जाने वाले नरेंद्र सलूजा ने बीजेपी का दामन थाम लिया है। सलूजा कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के मीडिया समन्वयक सहित मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष जैसे पदों की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। मुख्यमंत्री आवास पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सलूजा को बीजेपी की सदस्यता दिलाई। इस मौके पर बीजेपी के मीडिया विभाग के प्रमुख लोकेंद्र पाराशर राज्य सरकार के मंत्री विजय शाह सहित पार्टी के कई पदाधिकारी मौजूद रहे।
84 दंगो के सच से मेरा मन व्यथित हुआ- सलूजा
इस अवसर नरेंद्र सलूजा ने कहा, ''इंदौर खालसा कॉलेज में हुए घटनाक्रम के बाद 84 दंगो का सच जो सामने आया उसके बाद मेरा मन व्यथित हुआ। मैं जिस धर्म मे आस्था रखता हूं उस धर्म के मेरे लोगो की हत्या के आरोपियों के सच ने मेरी आंखें खोल दी। में ऐसे संगठन के साथ काम नहीं कर सकता।''
कमलनाथ ने नाराजगी जताकर सलूजा को भेज दिया था छुट्टी पर
बीते कुछ दिनों से सलूजा को पार्टी ने किनारे कर दिया था और उनकी कमलनाथ से भी दूरियां बढ़ गई थी। इतना ही नहीं कमलनाथ ने सलूजा को मीडिया समन्वयक के पद से भी मुक्त कर दिया था। लेकिन बाद में हुए फेरबदल के चलते सलूजा को फिर यह जिम्मेदारी मिल गई थी। बीते कुछ दिनों से सलूजा पार्टी के कार्यालय भी नहीं आ रहे थे और यह कहा जा रहा था कि कमलनाथ ने नाराजगी जताकर उन्हें छुट्टी पर भेज दिया था। पार्टी के पदाधिकारी का कहना है कि सलूजा की गतिविधियां काफी लंबे समय से संदिग्ध चल रही थी और कमलनाथ तक इस बात की जानकारी थी कि वे पार्टी को नुकसान पहुंचा रहे हैं। लिहाजा पार्टी उन्हें तमाम पदों से हटाने की भी तैयारी में थी।
कुछ विधायक भी दे सकते हैं पार्टी को झटका
आपको बता दें कि अब चर्चा यह भी है कि भारत जोड़ो यात्रा के दौरान ही कुछ और कांग्रेस विधायक भी पार्टी को झटका दे सकते हैं। इसकी अटकलें इसलिए तेज हैं कि कांग्रेस के 15 से ज्यादा विधायकों ने राष्ट्रपति चुनाव के दौरान क्रॉस वोटिंग की थी। इसके बाद से प्रदेश में यह चर्चाएं तेज हैं।