भोपाल-इंदौर में जल्द चलेगी मेट्रो, खूबियां ऐसी कि दिल्ली मेट्रो भी लगने लगेगी पुरानी! सीएम शिवराज ने किया मॉडल कोच का उद्घाटन
आज राजधानी भोपाल में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मेट्रो के मॉडल कोच का उद्घाटन किया है। ये मेट्रो मॉडल कोच, मेट्रो ट्रेन का ही वास्तविक मॉडल है। भोपाल और इंदौर में चलने वाली मेट्रो में ऐसी-ऐसी खूबियां हैं जिन्हें जानकर आपको दिल्ली मेट्रो भी पुराने जमाने की लगने लगेगी।
मध्य प्रदेश को चुनाव से ठीक पहले शिवराज सरकार ने बहुत बड़ी सौगात दी है। दरअसल अब प्रदेश के दो सबसे अहम शहर भोपाल और इंदौर में जल्द ही मेट्रो दौड़ने वाली है। आज राजधानी भोपाल में सीएम शिवराज सिंह चौहान ने मेट्रो के मॉडल कोच का उद्घाटन किया है। ये मेट्रो मॉडल कोच, मेट्रो ट्रेन का ही वास्तविक मॉडल है। भोपाल और इंदौर में चलने वाली मेट्रो ऐसे ही तीन तरह के कोच को मिलाकर बनेगी। बता दें कि मध्य प्रदेश में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं, उससे पहले प्रदेश को मेट्रो की सौगात, बीजेपी सरकार के लिए बड़ा दांव साबित हो सकती है।
कब तक पूरा होगा भोपाल-इंदौर मेट्रो का काम?
इस मेट्रो की बात करें तो इसकी लंबाई 22 मीटर और चौड़ाई 2.9 मीटर होगी, जिसकी लागत 5 करोड़ होगी। कोच का इंटीरियर वैसा ही है जैसा बाकी मेट्रो ट्रेन में होता है। बताया जा रहा है कि भोपाल और इंदौर में मेट्रो ट्रेन के ट्रायल रन की तैयारी भी पूरी हो गई है और इसी साल सितंबर मध्य में इन मेट्रो ट्रेनों के ट्रायल रन का शुभारंभ होगा। इस मेट्रो परियोजना के अंतर्गत भोपाल-इंदौर में ओरेंज लाइन और ब्लू लाइन का निर्माण किया जा रहा है। बता दें कि भोपाल-इंदौर मेट्रो परियोजना का काम दिसंबर 2026 तक पूरा होगा। भोपाल मेट्रो लाइन की लंबाई 31 किमी है और कुल लागत 7000 करोड़ है। वहीं इंदौर मेट्रो लाइन की लंबाई भी 31 किमी और इसकी लागत 7500 करोड़ रुपये है।
भोपाल और इंदौर मैट्रो की विशेषताएं-
- ऑटोमैटिक डोर, स्टार्ट-स्टॉप और इमर्जेंसी हैंडलिंग (अन अटेंडेड ट्रेन ऑपरेशन)
- सायबर अटैक व हैकिंग से सुरक्षित
- यात्रियों की सुरक्षा के लिए ऑटोमैटिक ऑब्सटेकल व डिरेलमेंट डिटेक्शन
- कोच में 50 यात्रियों के बैठने और 300 लोगों के खड़े होने की क्षमता
- हर दो मिनिट में आने-जाने की होगी फ्रीक्वेंसी
- ब्रेक के साथ एनर्जी री-जनरेशन तकनीक से ऊर्जा की बचत
- कोच में होगी जर्म कंट्रोल और एयर-फिल्ट्रेशन की तकनीक, हमेशा स्वच्छ रहेगी हवा
- कोच में लगे CCTV होंगे AI तकनीक से संचालित
- ऑटोमैटिक ऑब्जेक्ट आइडेंटिफिकेशन (कैमरे करेंगे चेहरों की पहचान)
- ऑटोमैटिक व स्मार्ट लाइट कंट्रोल व्यवस्था
- हाइलेवल पैसेंजर सेफ्टी (HL3 Stansard)
- दिव्यांगों के लिए विशेष व्हील चेयर्स व उनके अनुकूल बैठने का स्थान नियत
- कोच मैंटेनेंस की 15 साल की सेवा गारंटी
इंदौर-भोपाल मेट्रो रेल परियोजना का प्लान-
- वहीं इंदौर मेट्रो रेल परियोजना की बात करें तो इसके अंतर्गत इंदौर शहर में येलो लाइन का निर्माण किया जा रहा है जिसकी लम्बाई 31.3 किलो मीटर है। इस लाइन में 8.7 किलो मीटर का अंडरग्राउंड भाग भी है। येलो लाइन में 21 एलिवेटेड स्टेशन हैं।
- भोपाल मेट्रो परियोजना के अंतर्गत भोपाल शहर में दो लाइन- ओरेंज लाइन और ब्लू लाइन का निर्माण किया जा रहा है। एम्स से करोंद चौराहे तक निर्माणाधीन ऑरेंज लाइन की कुल लम्बाई 16.74 किमी है। इसमें अंडरग्राउंड भाग 3.39 किलो मीटर का है और 14 एलीवेटेड स्टेशन बनेंगे।
मॉडल कोच के उद्घाटन पर कमलनाथ ने कसा तंज
वहीं शिवराज द्वारा मेट्रो के मॉडल कोच के उद्घाटन पर कमलनाथ ने निशाना साधा है। पूर्व सीएन ने सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, "शिवराज जी आज आपने अभिनय को नई ऊंचाइयां दी हैं। प्रधानमंत्री अगर पूरे देश में घूम-घूम कर, रेलगाड़ियों का उद्घाटन कर रहे हैं तो मुख्यमंत्री जी ने मेट्रो ट्रेन ना सही, ट्रेन के डिब्बे के मॉडल का ही उद्घाटन कर दिया। 2019 में जब मैंने भोपाल मेट्रो परियोजना की आधारशिला रखी थी, तब 2022 तक भोपाल में मेट्रो सेवा प्रारंभ करने का लक्ष्य था। लेकिन सौदेबाजी की सरकार लक्ष्य से भटक गई, यह कितना हास्यास्पद है कि मेट्रो ट्रेन प्रोजेक्ट को पटरी से उतारने के बाद एक नाकाम मुख्यमंत्री जनता का ध्यान भटकाने के लिए खिलौनों से खेल रहा है।"
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