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Hindi News मध्य-प्रदेश एकांतवास से वापस लौटे बाबा बागेश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री, भक्तों को बताया ये जीवन सूत्र

एकांतवास से वापस लौटे बाबा बागेश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री, भक्तों को बताया ये जीवन सूत्र

बाबा बागेश्नर धीरेंद्र शास्त्री अपने पांच दिनों के एकांतवास को पूरा कर चुके हैं। इस दौरान उन्होंने एक किताब भी लिखी है।

बाबा बागेश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री- India TV Hindi Image Source : TWITTER बाबा बागेश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री

भोपाल: बाबा बागेश्वर ऊर्फ धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का एकांतवास खत्म हो चुका है। अब वे वापस बागेश्वर धाम में लौट रहे हैं। उन्होंने कहा कि बाला जी की कृपा से एकांतवास के दौरान उनके पुस्तक लेखन का कार्य संपन्न हो गया है। उन्होंने अपने कुछ आगामी कार्यक्रमों की भी जानकारी दी। साथ ही कहा कि जीवन में मैने एक सूत्र सीखा है कि जब ताली बजती है, तो गाली भी मिलती है।

धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने पांच दिनों का एकांतवास पूरा कर लिया है। एकांतवास पर जाने से पहले मंदसौर के खेजडिया में हनुमंत कथा मंच से उन्होंने ऐलान किया था कि इस दौरान वे सनातन धर्म पर किताब लिखेंगे।  उन्होंने कहा कि यह किताब स्कूल और कॉलेज में मुफ्त बांटी जाएगी। 

सनातन धर्म का ही झंडा बुलंद करने जोर

बाबा बागेश्वर इन दिनों काफी चर्चा में हैं। उनके दरबार में बड़े-बड़े नेता भी सिर झुकाते हैं। हाल में पटना में उनके दरबार का आयोजन सुर्खियों रहा था। पंडित धीरेंद्र शास्त्री हिंदू राष्ट्र और सनातन धर्म का ही झंडा बुलंद करने की जरूरत पर जोर देते रहे हैं। पटना के बाद उन्होंने बेंगलुरु में भी दरबार लगाया था और सनातन धर्म पर जोर दिया था।

4 जुलाई को मनाएंगे जन्मदिन

माना जा रहा है कि बाबा एकांतवास के बाद मिशन नॉर्थ शुरू करनेवाले हैं। हालांकि उससे पहले भोपाल और राजगढ़ में कथा करेंगे। जुलाई में वे दिल्ली और ग्रेटर नोएडा में कथा करनेवाले हैं। दिल्ली और ग्रेटर नोएडा में कथा से पहले आचार्य धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री 4 जुलाई को अपना जन्मदिन मनाएंगे।

सियासत करने वालों को खरी खोटी सुना रहे बाबा

जब धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री  भोपाल और दिल्ली में कथा करेंगे तो उनकी पुस्तक का काम पूरा हो चुका होगा और सनातन पर उनका मंथन और प्रगाढ़ हो चुका होगा। इसलिये इस बार सनातन पर उनके तर्क और असरदार होने वाले हैं। बाबा बार-बार हिंदू राष्ट्र का अपना मकसद साफ कर रहे हैं। इस पर सियासत करने वालों को खरी खोटी सुना रहे हैं।