बागेश्वर धाम के बाबा पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री का कहना है कि दुकानों के बाहर नाम लिखना अच्छा काम है। उन्होंने सरकार के उस फैसले का स्वागत किया और साधूवाद दिया, जिसमें दुकान के मालिकों से उनका पूरा नाम दुकान के बाहर लिखने के लिए कहा गया है। धीरेंद्र शास्त्री ने कहा "हमें अपने बाप को बाप कहना चाहिए दूसरे के बाप को अपना बाप नहीं, सच सामने आना चाहिए। नाम लिखने मे क्या तकलीफ है।'
ओरक्षा तक पदयात्रा के सवाल पर उन्होंने बताया कि नवंबर महीने के अंत में वह बागेश्वर धाम से ओरछा तक पैदल यात्रा निकालेंगे। 10 दिन चलने वाली इस यात्रा का उद्देश्य हिंदू धर्म को एक करना है। बांग्लादेश में हो रहे खराब माहौल पर पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा है कि यदि बंगलादेश मे यदि कोई वहां के हालत से परेशान है तो वह बंगाल मे शरण दे सकती है। धीरेंद्र शास्त्री ने इस विषय पर कोई भी टिप्पणी करने से इंकार कर दिया।
दुकानों पर नाम लिखने का पहले भी कर चुके हैं समर्थन
उत्तर प्रदेश में कांवड़ यात्रा के रास्ते में पड़ने वाली सभी खाने-पीने की दुकानों पर मालिकों के असली नाम लिखने का आदेश दिया गया है। पन्ना में एक कार्यक्रम में शामिल होने पहुंचे बाबा बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने यूपी के सीएम योगी के फैसले का स्वागत किया था। उन्होंने कहा था कि बच के रहो ठठरी के वारो से ..। कुछ बांग्लादेशी रोहंगिया अपना नाम बदलकर सावन के महीने में गंगा जी के किनारे संकल्प ठोकने लगते है। ऐसे लोगों की असलियत सामने आए इसलिए दुकानों पर असली नाम लिखा जाना चाहिए ताकि पता लग जाए कि माधव की दुकान है याहू वालों की। उन्होंने कहा था कि ऐसा कांवड़ियों की आस्था और शुचिता को बनाए रखने के लिए किया गया है। कांवड़ रूट पर खाने-पीने की दुकानों के सामने दुकानदारों को अपना नाम और अपनी पहचान बतानी चाहिए ताकि सच पता चल सके।
(छतरपुर से प्रेम गुप्ता की रिपोर्ट)
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