भोपाल: बकरीद आने वाली है। लेकिन, इस बार बकरीद पर कुर्बानी को लेकर हर तरफ बहस जारी है। अब बकरीद पर कुर्बानी के मामले पर भोपाल में भी सियासत तेज हो गई है। यहां 10 दिनों के लॉकडाउन के चलते बकरों के हाट बाजार पर पाबंदी है। ऐसे में बाजार में ईको फ्रेंडली मिट्टी के बकरें भी आ गए हैं।
एक हिंदू संगठन ने कहा इस बार मुस्लिम समाज के लोग ईको फ्रेंडली मिट्टी के बकरों की कुर्बानी दें। यहां मूर्तिकारों ने मिट्टी के बकरे बनाकर तैयार भी कर दिए हैं। हालांकि, इससे पहले भोपाल से कांग्रेस विधायक आरिफ मसूद कह चुके हैं कि 'हर हाल में बकरों की कुर्बानी होगी। सरकार फैसला बदले।'
मध्य प्रदेश की राजधानी में कोरोना वायरस के मामलों में बढोतरी के मद्देनजर राज्य सरकार ने भोपाल में 24 जुलाई की रात से 10 दिन का लॉकडाउन लागू कर रखा है। ऐसे में वहां बकरों के हाट बाजार पर पाबंदी है। इसके अलावा राज्य सरकार ने हाल ही में बकरीद पर कुर्बानी को लेकर गाइडलाइन्स भी जारी की है।
गाइडलाइन के अनुसार, बकरीद पर कुर्बानी सिर्फ निजी जगहों पर ही दी जा सकती है और इस दौरान पांच से ज्यादा लोगों को इकट्ठा होने की अनुमति नहीं होगी। मध्य प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने भी इसकी जानकारी दी थी। उन्होंने कहा था कि गाइडलाइन के तहत बकरीद पर सार्वजनिक जगहों पर कुर्बानी देने पर रोक लगा दी गई है।