इंदौर (मध्य प्रदेश): इंदौर में रात के वक्त एक बंद कैफे को आग के हवाले करने के आरोप में पुलिस ने 70 साल के व्यक्ति को बुधवार को गिरफ्तार किया। पुलिस के एक अधिकारी के मुताबिक शुरुआती पूछताछ में आरोपी ने अजीबो-गरीब दावा किया कि वह इस कैफे में लड़कियों के सिगरेट पीने से बेहद नाराज था, इसलिए उसने कैफे को फूंक दिया। अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त राजेश दंडोतिया ने बताया कि लसूड़िया थाना क्षेत्र में मंगलवार रात एक कैफे में आग लगाने के आरोपी की पहचान सीसीटीवी फुटेज से हुई और उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।
जरा भी पसंद नहीं था लड़कियों का सिगरेट पीना
उन्होंने बताया कि आगजनी की घटना कैफे के बंद रहने के दौरान हुई। दंडोतिया ने आरोपी की पहचान का खुलासा किए बगैर बताया कि उसकी उम्र 70 साल है और वह दूरसंचार विभाग का सेवानिवृत्त कर्मी है। उन्होंने बताया,"हमारी शुरुआती पूछताछ में आरोपी ने कहा कि इस कैफे में लड़कियों का सिगरेट पीना उसे जरा भी पसंद नहीं आता था, इसलिए उसने गुस्से में आकर इस कैफे में आग लगा दी।" दंडोतिया ने हालांकि बताया कि आगजनी की वजह को लेकर आरोपी अपना बयान बार-बार बदल रहा है, इसलिए पूरी छानबीन के बाद ही पुलिस इस विषय में किसी नतीजे पर पहुंच सकेगी।
कैफे पूरी तरह जलकर खाक
अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त ने बताया कि आरोपी द्वारा आग लगाए जाने के बाद कैफे पूरी तरह जलकर खाक हो गया और आगजनी से इसके मालिक को करीब चार लाख रुपये का नुकसान हुआ है। उन्होंने बताया कि आरोपी के खिलाफ भारतीय दंड विधान की धारा 436 (भवन को जलाकर खाक करने की नीयत से ज्वलनशील पदार्थ का कुचेष्टापूर्ण इस्तेमाल) के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस के एक अन्य अधिकारी ने बताया कि अग्निकांड के शिकार कैफे के संचालक ने जांचकर्ताओं को बताया है कि आरोपी पिछले कई दिनों से उसके इस प्रतिष्ठान के आस-पास घूम रहा था। (इनपुट- भाषा)
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