चुनाव अपनी जगह है और रिश्ते अपनी जगह, लेकिन चुनाव का असर रिश्तों पर भी पड़ता दिख रहा है। मध्य प्रदेश के बालाघाट लोकसभा सीट को लेकर पति-पत्नी के बीच ही चुनावी जंग शुरू हो गई है। बसपा नेता पति ने अपनी कांग्रेस नेता पत्नी को धमकी दी है कि चुनाव प्रचार तक या तो घर में मैं रहूंगा या तुम रहोगी। लोकसभा चुनाव में अब कांग्रेस विधायक अनुभा मुंजारे अजीब द्वंद में फंस गईं हैं क्योंकि कांग्रेस विधायक अनुभा मुंजारे को उनके पति कंकर मुंजारे ने सलाह दी है कि वह कांग्रेस का प्रचार कर रही हैं तो मेरे घर को छोड़ दे और चुनाव प्रचार करें, अन्यथा मै घर छोड़ देता हूं।
पति बसपा के साथ, पत्नी कांग्रेस विधायक
असल में पूर्व सांसद कंकर मुंजारे लोकसभा चुनाव बसपा के टिकट से लड़ रहे हैं। विधानसभा चुनाव से पहले कंकर मुंजारे की पत्नी अनुभा मुंजारे कांग्रेस में शामिल हो गईं थीं और पार्टी से टिकट मिलने पर वह बीजेपी के कद्दावर नेता गौरीशंकर बिसेन को पराजित कर विधायक चुनी गईं थीं। अनुभा मुंजारे फिलहाल कांग्रेस की विधायक हैं और लोकसभा चुनाव के लिए वे इस समय कांग्रेस प्रत्याशी सम्राट सरसवार के लिये चुनाव प्रचार कर रही हैं।
अनुभा मुंजारे अपने पति कंकर मुंजारे के साथ एक ही आवास में रह रही हैं और घर से वे कांग्रेस के लिए चुनाव प्रचार कर रही हैं। अब अनुभा मुंजारे के सामने ये परेशानी सामने आई है कि वे बसपा से चुनाव लड़ रहे पति कंकर मुंजारे के लिये चुनाव प्रचार करेंगी या फिर कांग्रेस प्रत्याशी के लिये?
पति ने पत्नी से कहा-चुनाव प्रचार तक घर छोड़ दें
इसी बात को लेकर पति कंकर मुंजारे ने अपनी पत्नी को सलाह दी हैं कि वह लोकसभा चुनाव के मतदान तारीख 19 अप्रैल तक मेरे घर से अलग अपनी बहन के घर में या अलग किसी घर में चले जाये और वहां से कांग्रेस का प्रचार करें। मेरे घर से कांग्रेस का प्रचार ना करें। कंकर मुंजारे ने कहा है कि अगर आप घर नहीं छोड़ेगी तो मै घर छोड़ दूंगा और अपना चुनाव लड़ूगा। मेरे सामने कोई सवाल उठाए यह मैं बर्दाश्त नहीं करूंगा। यह हमारे सिद्धांत व उसूल की राजनीति का मामला है और इससे मैं कोई समझौता नहीं करूंगा।
बता दें कि कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष जीतू पटवारी ने बालाघाट प्रवास के दौरान कांग्रेस विधायक अनुभा मुंजारे से कहा था कि भाभी आप घर जाकर भैया कंकर मुंजारे से कहें कि लोकतंत्र को बचाने के लिये कांग्रेस का साथ दें। जब हम टिकिट बांट रहे थे तो हमने आपके नाम पर भी विचार किया था।
(बालाघाट से शौकत बिसाने की रिपोर्ट)