महाराष्ट्र में कोरोना के बढ़ते मामलों को लेकर मध्य प्रदेश सरकार भी सख्ती करने जा रही है। मध्य प्रदेश सरकार ने भोपाल, इंदौर, होशंगाबाद, बैतूल, सिवनी, छिंदवाड़ा, बालाघाट, बरवानी, खंडवा, खरगौन, बुरहानपुर, अलीराजपुर और महाराष्ट्र से सटे अन्य जिलों के जिलाधिकारियों को खत लिखकर कोरोना को लेकर डिस्ट्रिक्ट क्राइसिस मैनेजमेंट कमिटी की बैठक बुलाने को कहा है।
मध्य प्रदेश के गृह विभाग ने कोरोना वायरस संक्रमण के रोकथाम एवं बचाव के लिए इंदौर, भोपाल, होशंगाबाद, बैतूल, सिवनी, छिंदवाड़ा, बालाघाट, बडवानी, खंडवा, खरगौन, बुरहानपुर, अलीपुर एवं महाराष्ट्र राज्य की सीमा से लगे सभी जिलों के जिला अधिकारियों को COVID-19 से संबंधित जिला संकट प्रबंधन समितियों (डिस्ट्रिक्ट क्राइसिस मैनेजमेंट कमिटी) की बैठक बुलाने के लिए कहा है। महाराष्ट्र में तेजी से बढ़ते कोरोना मामलों को देखते हुए मध्य प्रदेश सरकार ने ये फैसला लिया है।
मध्य प्रदेश गृह विभाग के पत्र के मुताबिक, बैठक में कोविड-19 की रोकथाम के विषय में चर्चा कर आवश्यक निर्णय लिए जाएं। आगामी माह ने इन जिलों में आयोजित होने वाले ऐसे मेले, जिनमें महाराष्ट्र राज्य से अधिक संख्या में श्रद्धालु आते हैं, मेला का आयोजन होना चाहिए या नहीं होना चाहिए, पर विचार अवश्य किया जाए। यदि मेला होना चाहिए तो आयोजन के स्वरूप तथा बंधनकारी शर्तों का स्पष्ट प्रस्ताव तैयार किया जाए। जिला क्राइसेस मैनजमेंट कमेटी के निर्णयों से गृह विभाग मध्य प्रदेश को 24 फरवरी को सुबह 10.30 बजे तक अवगत काराय जाए।
Image Source : TwitterAlert in Madhya Pradesh after spike in coronavirus cases in Maharashtra
महाराष्ट्र राज्य की सीमा पर महाराष्ट्र से आने वाले समस्य आमजनों का राज्य की सीमा पर, जहां आवश्यक हो, तापमान चेक किए जाने की व्यवस्था की जा सकती है। मास्क नहीं पहनने वालों तथा सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने वालों पर प्रभावी कार्यवाही की जाए। मध्य प्रदेश के मंत्री विश्वास सारंग ने कहा कि साथ ही महाराष्ट्र से जुड़े हुए जो हमारे ज़िले वहां बॉर्डर चेकिंग की व्यवस्था हम शुरू कर रहे हैं। जो लोग भी महाराष्ट्र से यहां आते हैं उसकी थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी और ये सुनिश्चित किया जाएगा कि हमारे प्रदेश में कोरोना का संक्रमण न फैले।