भोपाल: समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव के बाद एक बड़ा फैसला लिया है। सोमवार को समाजवादी पार्टी की ओर से एक पत्र जारी कर पार्टी की मध्य प्रदेश इकाई को भंग कर दिया गया। बता दें कि हाल ही में हुए मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में पार्टी का प्रदर्शन ठीक नहीं रहने के चलते यह फैसला लिया गया है। इसके तहत 10 लोकसभा प्रभारियों को भी उनके पद से हटा दिया गया है। वहीं अब समाजवादी पार्टी का पूरा फोकस आगामी लोकसभा चुनाव को पर है।
लोकसभा प्रभारियों को भी हटाया
इस मामले की जानकारी देते हुए समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता यश भारतीय ने कहा कि अखिलेश यादव के निर्देश पर मध्य प्रदेश अध्यक्ष रामायण सिंह की पूरी इकाई को भंग कर दिया गया है। साथ ही उन्होंने कहा कि ‘‘जिला इकाइयों को भी भंग कर दिया गया है और 10 लोकसभा प्रभारियों को उनके पद से हटा दिया गया है।’’ बता दें कि हाल ही में मध्य प्रदेश की 230 सदस्यीय मध्य प्रदेश विधानसभा में सपा एक भी सीट जीतने में विफल रही थी। इसे लेकर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यह फैसला लिया।
विधानसभा चुनाव में मिली हार
दरअसल, मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को विधानसभा चुनाव हुए। वहीं इस विधानसभा चुनाव के नतीजे तीन दिसंबर को घोषित किए गए थे। समाजवादी पार्टी ने मध्य प्रदेश में 59 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे थे, लेकिन किसी भी उम्मीदवार को जीत नहीं मिल सकी। सपा का इंडिया गठबंधन के साथ सीट शेयरिंग को लेकर भी विवाद हो गया था, जिसके बाद पार्टी ने मध्य प्रदेश में अकेले चुनाव लड़ा था। इसके बाद से ही सपा प्रमुख लगातार कांग्रेस पर हमलावर होते भी दिखे। वहीं अब पार्टी का प्रदर्शन मध्य प्रदेश में सही नहीं होने के चलते अखिलेश यादव ने पूरी इकाई को भंग कर दिया है।
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