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Hindi News मध्य-प्रदेश Khargone Violence: खरगोन हिंसा के बाद मध्य प्रदेश की मस्जिदों में लगाए जाएंगे सीसीटीवी कैमरे

Khargone Violence: खरगोन हिंसा के बाद मध्य प्रदेश की मस्जिदों में लगाए जाएंगे सीसीटीवी कैमरे

मध्य प्रदेश के खरगोन शहर में हाल ही में रामनवमी के जुलूस पर पथराव के बाद हुई हिंसा और सांप्रदायिक तनाव के बाद मध्य प्रदेश की मस्जिदों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। एक मुस्लिम धर्मगुरु ने गुरुवार को यह जानकारी दी। 

CCTV cameras will be installed in mosques of MP- India TV Hindi Image Source : REPRESENTATIONAL IMAGE CCTV cameras will be installed in mosques of MP

Highlights

  • खरगोन में रामनवमी के जुलूस पर हुआ था पथराव
  • पूरे राज्य की मस्जिदों में सीसीटीवी लगाने का अनुरोध
  • हिंसा-सांप्रदायिक तनाव के बाद लिया गया फैसला

भोपाल। मध्य प्रदेश के खरगोन शहर में हाल ही में रामनवमी के जुलूस पर पथराव के बाद हुई हिंसा और सांप्रदायिक तनाव के बाद मध्य प्रदेश की मस्जिदों में सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। एक मुस्लिम धर्मगुरु ने गुरुवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इससे ऐसे मामलों में दोषियों का पता लगाने में आसानी होगी। 

भोपाल के शहर काजी सैदय मुश्ताक अली नदवी ने पीटीआई-भाषा से कहा, ‘‘हमने भोपाल में (मस्जिदों में) सीसीटीवी कैमरे लगाना शुरू कर दिया है। मैंने मौलवियों से पूरे मध्य प्रदेश में ऐसा ही करने का अनुरोध किया है। सीसीटीवी कैमरे पत्थर फेंकने वालों पर नकेल कसेंगे।’’ खरगोन में रामनवमी के जुलूस के दौरान मस्जिद के पास डीजे सिस्टम द्वारा तेज संगीत बजाया जा रहा था। तब जुलूस पर पत्थर फेंका गया, जिससे रविवार को वहां आगजनी और सांप्रदायिक तनाव पैदा हो गया। इसके बाद शहर में कर्फ्यू लगा दिया गया। 

नदवी ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज से पता लग सकेगा कि ऐसी घटनाओं के दौरान पत्थर कहां से फेंके गए। उन्होंने यह भी कहा कि खरगोन में कथित तौर पर हिंसा में शामिल लोगों के ‘‘अवैध ढांचों’’ को गिराना पूरी तरह गलत है। मौलवी ने कहा, ‘‘समाज कानून से चलता है। अपराध करने वाले को सजा मिलनी चाहिए, उसके परिवार को नहीं। अगर परिवार का एक सदस्य कुछ गलती करता है तो घरों को क्यों तोड़ा जा रहा है।’’ उन्होंने कहा कि इस अभियान के कारण कई परिवार बेघर हो गए हैं। 

मुश्ताक अली नदवी ने कहा, ‘‘भारत में सदियों से सभी धर्मों के त्योहार मनाए जा रहे हैं। जब भोपाल में मुसलमानों का शासन था, तब भी हिंदू भाई अपने त्योहारों पर जुलूस निकालते थे। तीन सौ साल से कभी भी किसी मुसलमान ने हिंदू जुलूस पर पत्थर नहीं फेंका।’’ उन्होंने सवाल किया कि अब कोई मुसलमान पत्थर क्यों फेंकेगा?