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Hindi News मध्य-प्रदेश मध्य प्रदेश में ‘डेल्टा प्लस’ वेरिएंट के पांच मामले, एक मरीज की मौत

मध्य प्रदेश में ‘डेल्टा प्लस’ वेरिएंट के पांच मामले, एक मरीज की मौत

मध्य प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने आज कहा कि राज्य में अब तक पांच लोग कोरोना वायरस के डेल्टा प्लस वेरिएंट से संक्रमित पाए गए हैं जिनमें से एक मरीज के मौत हो गई है।

5 cases of Covid-19 'Delta Plus' variant in Madhya Pradesh; one dead- India TV Hindi Image Source : PTI मध्य प्रदेश में अब तक पांच लोग डेल्टा प्लस वेरिएंट से संक्रमित पाए गए हैं जिनमें से एक मरीज के मौत हो गई है।

भोपाल: मध्य प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने आज कहा कि राज्य में अब तक पांच लोग कोरोना वायरस के डेल्टा प्लस वेरिएंट से संक्रमित पाए गए हैं जिनमें से एक मरीज के मौत हो गई है। सारंग ने बताया कि कोरोना वायरस के डेल्टा प्लस वेरिएंट से संक्रमित उज्जैन निवासी एक मरीज की मौत हो गई जिसने कोविड-19 रोधी वैक्सीन नहीं लगवाया था। उन्होंने कहा कि चार अन्य मरीज ठीक हैं जिन्होंने कोविड-19 रोधी वैक्सीन लगवाया था। मंत्री ने कहा कि मध्य प्रदेश में अब तक भोपाल में तीन और उज्जैन में दो व्यक्ति कोरोना वायरस के ‘डेल्टा प्लस’ स्वरूप से संक्रमित पाए गए हैं। 

उन्होंने कहा कि जल्द ही भोपाल में जीनोम अनुक्रमण मशीन लगाई जाएगी और इसके बाद प्रदेश को नमूने दिल्ली नहीं भेजने पड़ेंगे। उज्जैन के जिलाधिकारी आशीष सिंह ने भी कहा कि डेल्टा प्लस वेरिएंट से संक्रमित 59 वर्षीय एक महिला की 23 मई को मौत हो गई थी। अधिकारी ने कहा, ‘‘महिला मरीज की मौत पाटीदार अस्पताल में 23 मई को कोरोना वायरस संक्रमण से हुई थी। उसके नमूने को 14 अन्य लोगों के नमूनों के साथ जीनोम अनुक्रमण के लिए भोपाल स्थित प्रयोगशाला भेजा गया था। इन 15 नमूनों में से दो लोगों में डेल्टा प्लस वेरिएंट की पुष्टि हुई।’’ 

इससे पहले, भोपाल की 65 वर्षीय एक महिला का नमूना 23 मई को राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र (एनसीडीसी) भेजा गया था और 16 जून को उसके कोरोना वायरस के डेल्टा प्लस वेरिएंट से संक्रमित होने की पुष्टि हुई। हालांकि, इस महिला ने कोविड-19 रोधी वैक्सीन की दोनों खुराक ली थीं तथा वह घर में ही पृथक-वास में रहकर ठीक हुई थी। कोरोना वायरस का डेल्टा प्लस वेरिएंट डेल्टा या बी.1.617.2 वेरिएंट से परिवर्तित होकर बना है। इसे भारत में कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान पहचाना गया था।

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