भोपाल: मध्य प्रदेश में बृहस्पतिवार को कोरोना वायरस संक्रमण से दो और व्यक्तियों की मौत की पुष्टि हुई है जिससे मरने वालों की संख्या 3,818 हो गयी है। राज्य में पिछले 24 घंटों में इस बीमारी के 166 नए मामले सामने आए और इसके साथ ही प्रदेश में इस वायरस से अब तक संक्रमित पाये गये लोगों की कुल संख्या बढ़कर 2,55,855 तक पहुंच गयी। मध्य प्रदेश के एक स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि मुरैना जिले में बृहस्पतिवार को लगातार नौवें दिन भी कोई व्यक्ति कोविड-19 संक्रमित नहीं पाया गया है और यह प्रदेश का एकमात्र जिला है, जहां पिछले तीन दिनों से इस महामारी का कोई भी उपचाराधीन मरीज नहीं है।
उन्होंने कहा, ‘‘पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश में कोरोना वायरस के संक्रमण से भोपाल एवं दमोह में एक-एक मरीज की मौत की पुष्टि हुई है।’’ उन्होंने बताया, ‘‘राज्य में अब तक कोरोना वायरस से सबसे अधिक 924 मौत इंदौर में हुई हैं, जबकि भोपाल में 613, उज्जैन में 104, सागर में 150, जबलपुर में 251, खरगोन में 107 एवं ग्वालियर में 227 लोगों की मौत हुई हैं। बाकी मौतें अन्य जिलों में हुई हैं।’’
अधिकारी ने बताया कि प्रदेश में बृहस्पतिवार को कोविड-19 के 30 नये मामले इंदौर में आये, जबकि भोपाल में 38 नये मामले आये। उन्होंने कहा कि प्रदेश में कुल 2,55,855 संक्रमितों में से अब तक 2,49,706 मरीज स्वस्थ होकर घर चले गये हैं और 2,331 मरीज़ों का इलाज विभिन्न अस्पतालों में चल रहा है। अधिकारी ने बताया कि बृहस्पतिवार को 263 रोगियों को ठीक होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। मध्यप्रदेश में कोविड-19 टीकाकरण अभियान के तहत बुधवार को 8,664 लोगों को टीका लगाया गया। इसके साथ ही इस अभियान के तहत अब तक प्रदेश में कुल 3,39,771 लोगों को टीका लगाया जा चुका है।
वहीं केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि भारत में कोरोना वायरस का पता लगाने के वास्ते लिए गए नमूनों के संक्रमित आने की दर घटकर 5.42 प्रतिशत पर आ गई है जबकि नमूनो के संक्रमित आने की साप्ताहिक दर (पिछले हफ्ते) 1.82 फीसदी दर्ज की गई है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने प्रेस वार्ता में बताया कि आठ राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों में नमूनों के संक्रमित आने की साप्ताहिक दर 1.82 प्रतिशत के राष्ट्रीय औसत से ज्यादा है।
इनमें केरल (11.20 प्रतिशत), छत्तीसगढ़ (6.20 फीसदी), महाराष्ट्र (4.70 प्रतिशत), गोवा (4.40 फीसदी), नागालैंड (3.60 प्रतिशत), लद्दाख (2.90 फीसदी), पुडुचेरी (2.60 प्रतिशत) और चंडीगढ़ (2.10 फीसदी) शामिल हैं। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के मुताबिक, तीन फरवरी तक 19,92,16,019 नमूनों की जांच की गई है। बुधवार को 7,42,841 नमूनों का परीक्षण किया गया है। प्रति 10 लाख की आबादी पर 1,44,359 नमूनों की जांच की गई है।
भूषण ने कहा, "अगर हम की गई जांच के आधार पर कोविड-19 के लिए नमूने के संक्रमित आने की दर को देखें तो यह चार अगस्त को 8.89 प्रतिशत थी जो चार फरवरी को 5.42 फीसदी हो गई। " उन्होंने कहा कि दो राज्यों--केरल और महाराष्ट्र में देश में संक्रमण का इलाज करा रहे मरीजों का 70 फीसदी मरीज हैं। केरल में 69,365 और महाराष्ट्र में 38,762 मरीज संक्रमण का उपचार करा रहे हैं। भूषण ने कहा कि 47 जिलों में बीते तीन हफ्तों से कोविड-19 का कोई नया मामला नहीं आया है जबकि 251 जिलों में इस अवधि में किसी की मौत नहीं हुई है।