14 साल बाद खोलने पड़ गए भोपाल के भदभदा डैम के 10 गेट, भारी बरसात की वजह से बढ़ गया है बड़े तलाब का वाटर लेवल
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक मध्यप्रदेश में लगातार तीसरे दिन भारी बारिश जारी है। लगातार हो रही भारी बारिश की वजह से 14 साल बाद भोपाल के भदभदा डैम के 10 गेट खोलने पड़ गए।
भोपाल। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक मध्यप्रदेश में लगातार तीसरे दिन भारी बारिश जारी है। लगातार हो रही भारी बारिश की वजह से 14 साल बाद भोपाल के भदभदा डैम के 10 गेट खोलने पड़ गए। भारी बरसात की वजह से बड़े तलाब का वाटर लेवल बढ़ गया है। बता दें कि इससे पहले 2006 में भारी बारिश के चलते भदभदा डैम के 11 गेट खोले गए थे। 14 साल बाद हो रही भारी बारिश के चलते भदभदा डैम के 10 गेट खोलने पड़े हैं। शनिवार सुबह बड़े तालाब के फुल टैंक लेवल होते ही भदभदा डैम के गेट खोल दिए गए हैं। अल्पना तिराहे से स्टेशन की ओर जानी वाली सड़क पर करीब 4 फीट पानी भरा है, यहां से आवागमन बंद कर दिया गया है।
डैम के गेट खुलते ही भी झीलें हुईं ओवरफ्लो
भोपाल, इंदौर समेत प्रदेश के कई जिले बारिश से तरबतर हो गए हैं, तेज हवाएं भी चल रही हैं। नदियां उफान पर आ गई हैं और बाढ़ जैसे हालात बनने लगे हैं। बारिश के चलते सड़कों पर आवाजाही कम है। ज्यादातर बाजार बंद हैं। मौसम विभाग नागपुर की आधिकारिक वेबसाइट पर जारी रिपोर्ट के अनुसार मध्य प्रदेश के पांच जिलों रतलाम, धार, झाबुआ, आलीराजपुर और खरगोन में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के अनुसार 24 घंटे में 204.5 मिमी से ज्यादा बारिश की आशंका पर रेड अलर्ट जारी किया गया है। भदभदा डैम के गेट खुलते ही छोटा और तीन सीढ़ी तालाब, शाहपुरा झील, हथाई खेड़ा डैम समेत भोपाल की सभी झीलें ओवरफ्लो हो गई हैं। भारी बारिश से शहर की कई निचली बस्तियों और कॉलोनियों में पानी भर गया है।
शिप्रा नदी के रामघाट पर कई मंदिर डूबे
भोपाल में कई निचली बस्तियों में पानी भर गया है। थाने से लेकर मंदिर और घरों तक पानी घुसने की खबरें आ रही हैं। निचले इलाकों में पानी भरने से लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। भोपाल शहर में बीते 24 घंटे के भीतर साढ़े 8 इंच से ज्यादा बारिश हो चुकी है। अभी भी तेज हवाओं के साथ बारिश का दौर जारी बना हुआ है। मौसम विभाग द्वारा सीहोर जिले में सर्वाधिक औसत 316 मिमी यानी 12.4 इंच बारिश दर्ज की गई है। उज्जैन शहर और आसपास के इलाकों बीते शुक्रवार रात से बारिश जारी है। इससे निचले इलाकों में पानी भर गया है। शिप्रा नदी के रामघाट पर कई मंदिर भी डूब गए हैं। ताप्ती नदी भी खतरे के निशान 220.800 पर पहुंच गई है। निचले घाट डूब गए हैं और निचली बस्तियों में पानी भर गया है। हथाईखेड़ा डैम के ओवरफ्लो होते ही साइफन अपने आप खुल गए। तलैया स्थित काली मंदिर में छोटे तालाब का पानी आ गया है।
इन इलाकों में के लिए जारी की गई चेतावनी
मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक शनिवार (22 अगस्त) को भोपाल, सागर, जबलपुर, उज्जैन, ग्वालियर संभाग में अच्छी बरसात होगी। इस दौरान कहीं-कहीं भारी वर्षा भी हो सकती है। रविवार को रीवा, सागर, जबलपुर, शहडोल और चंबल संभाग में कहीं-कहीं भारी बरसात होने की संभावना है।
भोपाल नगर निगम ने जारी किया अलर्ट
भोपाल नगर निगम (बीएमसी) के आयुक्त केवीएस चौधरी ने बताया कि बड़ा तालाब के जलस्तर में वृद्धि होने के बाद पानी निकालने के लिये भदभदा बांध के दरवाजे खोले गए हैं। उन्होंने बताया कि तालाब के जलग्रहण इलाकों से इसमें पानी के प्रवाह से जलस्तर बढ़ रहा है। भदभदा बांध के दरवाजे खोलने से पहले इसके बहाव क्षेत्र में अलर्ट जारी किया गया है। चौधरी ने बताया कि भोपाल में पिछले 24 घंटों में 174 मिलीमीटर बारिश हुई है और शहर के कुछ हिस्सों में घरों में पानी घुसने की शिकाय भी मिली है। उन्होंने कहा, 'हमारे दल लगातार पंप से पानी निकालने का काम कर रहे हैं और साथ ही नगरीय निकाय आपदा प्रतिक्रिया बल के भी संपर्क में हैं।'
बीएससी के जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि भदभदा बांध के चार दरवाजे शनिवार सुबह 11 बजे तक खोले गये। सहायक अग्निशमन अधिकारी साजिद खान ने बताया कि भोपाल के बड़े तालाब की पूर्ण भराव क्षमता 1666.80 फीट है। उन्होंने बताया कि शहर के विभिन्न हिस्सों से जल भराव की 100 शिकायतें मिली हैं। अधिकांश शिकायतें निचले इलाकों से हैं। कार में फंसे कुछ लोगों को भी बचाया गया है। नागरिकों को पानी से भरे इलाकों से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है। उन्होंने बताया कि भारी बारिश से हबीबगंज इलाके में एक अंडरब्रिज पानी से भर गया है।