मसूरी के पास है रोंगटे खड़े कर देने वाला हॉन्टेड हाउस, जहां रात में आती हैं चिल्लाने की आवजें
Uttarakhand Haunted Place: उत्तराखंड के मसूरी से करीब 8 किलोमीटर दूर है एक ऐसी बेहद डरावनी जगह, जहां लोग जाने से डरते हैं। कहा जाता है यहां आज भी मरे हुए लोगों के चीखने-चिल्लाने की आवाजें सुनाई देती हैं। जानिए मसूरी के इस हॉन्टेड प्लेस के बारे में।
उत्तराखंड को धरती का स्वर्ग कहा जाता है। उत्तराखंड के हिल स्टेशन पर बड़ी संख्या में सैलानी पहुंचते हैं। उत्तराखंड का मसूरी शानदार और पुराना खूबसूरत हिल स्टेशन है। मसूरी में सालभर पर्यटकों की भीड़ लगी रहती है। यहां दूर-दूर से पर्यटक पहुंचते हैं। मसूरी की खूबसूरती और यहां के चर्चित माल रोड तो आपने शायद घूमा हो, लेकिन क्या आप जानते हैं मसूरी के नजदीक एक बेहद डरावनी जगह भी है। जहां लोग जाने से कतराते हैं। स्थानीय लोगों की मानें तो आज भी यहां रात में चिल्लाने की आवाजें आती हैं। इसे हॉन्टेड माइन के नाम से जाना जाता है। आइये जानते है इस भूतिया जगह के बारे में।
मसूरी से कुछ दूर, दहशत का अहसास
जी हां मसूरी से चंद किलोमीटर दूर स्थित है उत्तराखंड की लंबी देहर खदान। ये जगह लोगों के लिए बेहद डरावनी और भूतिया सुरंग है। आसपास के लोग इस जगह के बारे में कई भूतिया कहानियां भी सुनाते हैं। कई हॉरर फिल्मों और सीरियल्स की शूटिंग भी यहां हो चुकी है। अगर आप यहां घूमने जाने की बात स्थानीय लोगों से कहेंगे तो हर कोई आपको न जाने की सलाह देगा।
बंद पड़ी है भूतिया खदान
कहा जाता है कि 1990 में खदान में काम करने वाले 50,000 मजदूर किसी गलत प्रक्रिया के कारण माइनिंग के दौरान अपनी जान गंवा चुके हैं। जो भी मजदूर इस खदान के पास रहते थे उन्हें फेफड़ों की बीमारियां हो गई। यहां काम करने वाले हजारों मजदूर खांस-खांस कर ही मर गए। मजदूरों को खून की उल्टियां हुई थीं। उसी वक्त से देहर माइंस मसूरी की सबसे खतरनाक जगहों में से एक बन गई। स्थानीय लोग बताते हैं कि देहर में चूना पत्थर की खदानें हुआ करती थीं। लगातार हो रही मौतों के कारण 1996 में खदानों को बंद कर दिया गया था।
खदान से सामने से गुजरने वालों की हो जाती है मौत
स्थानीय लोगों का कहना है कि आज भी यहां रात में आवाज सुनाई देती हैं। कोई राह चलते लोगों से मदद के लिए चिल्ला रहा होता है। यहां अब सिर्फ 20-25 लोग ही रहते हैं। रात में इस जगह पर जाने से लोग बचते हैं। अहम बात ये है कि यहां हर साल यहां पर होने वाली घटनाओं की संख्या भी बढ़ रही है। हादसों को देखते हुए खदानों को बंद कर दिया गया। स्थानीय लोगों को कहना है कि यहां प्रेतात्माएं रहती हैं। लोग यहां चीखते, चिल्लाते हैं और रात में रोते हैं।
हेलीकॉप्टर हो चुका है क्रैश
ये माइन अब जंगल में तब्दील हो चुकी है। यहां लंबी देहर माइंस पर बड़े-बड़े पेड़ उग आए हैं। आज भी यहां लोगों के चीखने की आवाजें आती हैं। यहां एक हेलीकॉप्टर भी क्रैश हो चुका है, जिसकी वजह किसी को पता नहीं चली। रात में इस जगह से कोई भूलकर भी नहीं गुजरता है। आस-पास के बुजुर्गों का कहना है कि एक समय इस जगह पर चुड़ैल का साया हुआ करता था, जिसकी वजह से यहां अक्सर एक्सीडेंट्स होते थे।