Tourism In India: अरे वाह! दुनिया का सबसे बेहतरीन पर्यटन गांव है भारत में, पोचमपल्ली की खूबसूरती देख खुली रह जाएंगी आपकी आंखें
Tourism In India: भारत में गाँव का नाम लेते ही पिछड़ापन, शिक्षा की कमी और कई समस्याओं की तस्वीर उभर आती है. लेकिन यहां एक ऐसा गांव भी है जहाँ विदेशी पर्यटक आने की ख़्वाहिश रखते हैं।
Tourism In India: पर्यटन क्षेत्र में भारत नित नए प्रतिमान स्थापित कर रहा हैं। हमारे यहाँ ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहरों की कोई कमी नहीं है। हाल के वर्षों में विदेशी पर्यटकों में खूब वृद्धि दर्ज की गई है। इस लिहाज से पोचमपल्ली को विश्व का सबसे अच्छा पर्यटन गाँव का तमगा मिलना ख़ुशी की बात है। पोचमपल्ली गाँव भारत की सिल्क सिटी के रूप में जाना जाता है। यहाँ पर विशेष किस्म की साड़ियां बनाई जाती है, जिनका डिमांड सम्पूर्ण भारत में है। इस साड़ी को इकत साड़ी बोला जाता है। जिस प्रकार बनारसी साड़ी उत्तर भारत में लोकप्रिय है उसी प्रकार इकत साड़ी दक्षिण भारत में लोकप्रिय है।
पोचमपल्ली गाँव में इंफ्रास्ट्रक्चर का विकास टिकाऊ ढंग से हुआ है। पर्यावरण के संरक्षण का विशेष ध्यान रखा गया है। जगह-जगह तालाब मिल जाएंगे। संसाधन की बर्बादी न के बराबर दिखेगी। पेयजल की सुविधा की भी कोई कमी नहीं है। यहाँ के लोग स्वच्छता को अपना संस्कार मान बैठे हैं। कहीं भी कचड़ा दिख जाए तो आश्चर्य की बात होती है। और हाँ, यहाँ लगभग हर हाथ रोजगार है। शायद इन्हीं सब वजहों से संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन ने पोचमपल्ली को विश्व के सर्वश्रेष्ठ पर्यटन गाँव का पुरस्कार दिया।
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ऐतिहासिक पहचान रखता है यह गांव
इस गाँव की अपनी एक ऐतिहासिक पहचान भी है; विनोबा भावे ने 1951 में भूदान आंदोलन की शुरुआत इसी गाँव से की थी। इस भूदान आंदोलन ने सम्पूर्ण भारत में प्रभाव डाला। इसके बाद विनोबा भावे को एशिया का नोबल पुरस्कार रेमन मैग्सेसे दिया गया। विनोबा भावे के योगदान को देखते हुए पोचमपल्ली में विनोबा भावे मंदिर का निर्माण भी किया गया है।
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101 दरवाजा हाउस
पोचमपल्ली आने वाले पर्यटक 101 दरवाजा हॉउस ज़रूर जाते हैं। इस इमारत में कुल 75 कमरे हैं। इसका निर्माण चार सौ साल पहले हुआ था। यह पाँच एकड़ में बना हुआ है। यह इमारत मानवता की रक्षा का प्रतीक है। आने वाले दिनों में मेघालय का कोंगथोंग और मध्य प्रदेश का लधपुरा खास गाँव विश्व पर्यटन गाँव में शामिल हो सकते हैं। दरअसल वैश्विक पर्यटन से न सिर्फ विदेशी मुद्रा भंडार बढ़ता है बल्कि भारतीयों को रोजगार भी मिलता है। इसके साथ-साथ भारत के उन पहलुओं से सम्पूर्ण विश्व अवगत होता है, जिन्हें साजिश के तहत ब्रिटिशर्स ने दफ़न कर दिया था। श्रेष्ठ भारत के निर्माण में पर्यटक स्थलों की भूमिका अतुलनीय रही है। पोचमपल्ली भी भारत को श्रेष्ठ बनाने की दिशा में अग्रसर एक गाँव है।