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Hindi News लाइफस्टाइल सैर-सपाटा कैलाश मानसरोवर यात्रा करना चाहते हैं तो क्या है इसके लिए प्रक्रिया, कितने पैसे खर्च होंगे?

कैलाश मानसरोवर यात्रा करना चाहते हैं तो क्या है इसके लिए प्रक्रिया, कितने पैसे खर्च होंगे?

भारत और चीन ने कैलाश मानसरोवर यात्रा एक बार फिर से शुरू करने का फैसला किया है। दोनों पक्ष संबंधों को 'स्थिर और बहाल' करने के लिए यह कदम उठाया है। चलिए जानते हैं यहां जाने का प्रोसेस क्या है और कितना खर्च आएगा?

कैलाश मानसरोवर यात्रा - India TV Hindi Image Source : SOCIAL कैलाश मानसरोवर यात्रा

भारत और चीन के बीच के सख्त रिश्तों पर जमी बर्फ पिघल चुकी है। पुरानी बातें भूलकर दोनों देश दोस्ती का हाथ बढ़ा चुके हैं। अब, भारत और चीन ने मिलकर कैलाश मानसरोवर यात्रा एक बार फिर से शुरू करने का फैसला किया है। दोनों पक्ष संबंधों को 'स्थिर और बहाल' करने के लिए यह कदम उठाया है। विदेश मंत्रालय ने यह जानकारी विदेश सचिव विक्रम मिस्री की बीजिंग में अपने चीनी समकक्ष सुन वेइदोंग के साथ वार्ता के बाद दी। विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों पक्ष दोनों देशों के बीच सीधी हवाई सेवाएं दोबारा शुरू करने पर भी सैद्धांतिक रूप से सहमत हुए। इसके तहत इस साल गर्मी के मौसम में कैलाश मानसरोवर की यात्रा फिर से शुरू करने का फैसला किया।

बता दें, हर साल अप्रैल से अक्टूबर के महीनों के दौरान दुनिया भर से बड़ी संख्या में भक्त कैलाश मानसरोवर की यात्रा के लिए निकलते हैं। कैलाश पर्वत और मानसरोवर झील हिंदू, जैन, बोध और बॉन धर्मों में सबसे पवित्र स्थानों के रूप में माना गया हैं। पश्चिमी हिमालय पर्वतमाला में स्थित, 6638 मीटर ऊंचा हीरे के आकार का कैलाश पर्वत (जिसे हिंदू धर्म में कैलास और तिब्बती में गंग रिनपोछे भी कहते हैं) और सबसे बड़ी मीठे पानी की झील मानसरोवर (हिंदी में मानस सरोवर और तिब्बती में मपम युमत्सो भी कहते हैं) दिव्य ऊर्जा और मानसिक शांति का स्रोत हैं। धार्मिक ग्रंथों में  'मानसरोवर' को वो झील बताया गया है जिसे भगवान ब्रह्मा ने अपने मन में बनाया था। ऐसी मान्यता है कि कैलाश मानसरोवर यात्रा पर जाकर लोग मोक्ष प्राप्त करते हैं। लेकिन सबसे पहला सवाल मन में यही आता है कि यहां जाने का प्रोसेस क्या है और कितना खर्च आएगा? 

कहां से शुरू होती है कैलाश मानसरोवर की यात्रा?

लाखों तीर्थयात्री कैलाश मानसरोवर की यात्रा करना चाहते हैं, जो विभिन्न स्थानों से सुलभ है। आप कैलाश मानसरोवर की यात्रा उत्तराखंड, दिल्ली और सिक्किम से कर सकते हैं। यहां पहुंचने के लिए आपको दिल्ली, सिक्किम राज्य की सरकारों और भारत तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) का सहयोग लेना पड़ता है। यहां पहुंचने का सबसे पसंदीदा और 'कम जटिल' मार्ग नेपाल में काठमांडू, सिमिकोट और तिब्बत में ल्हासा हैं।

मेडिकल होता है चेक:

दिल्ली हार्ट एंड लंग इंस्टीट्यूट इस यात्रा के लिए आवेदकों के फिटनेस स्तर को जांचने के लिए चिकित्सा परीक्षण आयोजित करता है। इसमें हीमोग्लोबिन, कोलेस्ट्रॉल, इंसुलिन आदि के लिए टेस्ट किए जाते हैं। बीएमआई या बॉडी मास इंडेक्स 27 या उससे कम होना चाहिए। यात्री के अनिफट पाए जाने पर उसकी यात्रा कैंसिल हो सकती है।

कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन कैसे करें?

कैलाश मानसरोवर यात्रा 2025 रजिस्ट्रेशन केवल ऑनलाइन है। आप कैलाश मानसरोवर यात्रा के लिए विदेश मंत्रालय की वेबसाइट पर जाकर ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। रजिस्ट्रेशन के दौरान एक स्कैन किया हुआ पासपोर्ट आकार का फोटो लगता है। पासपोर्ट के पहले और आखिरी पेज की स्कैन की गई फोटोज। साथ ही फोन नंबर और ईमेल आईडी का उल्लेख भी होना चाहिए।

कैलाश मानसरोवर यात्रा में कितना हो सकता है खर्च?

कैलाश मानसरोवर यात्रा पूरा करने के लिए कम से कम 25 दिन का समय लगता है।ऐसे में इसकी पूरी लागत में करीब करीब 1.5 लाख रुपये का खर्च आता है। तो, इन तमाम चीजों को जानकर ही कैलाश मानसरोवर यात्रा प्लान करें

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