आज हम आपको एक ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसके बारे में यह मान्यता है कि वहां जाने से लोगों के पाप धूल जाते हैं और भक्तों को उनका मन चाहा वरदान मिलता है।यह माँ दुर्गा का मंदिर है जो देवों की भूमि देवभूमि यानी की उत्तराखंड में स्थित है।जी हाँ, हम बात कर रहे हैं सुरकंडा देवी मंदिर की। यह सिद्धपीठ मंदिर माँ दुर्गा को समर्पित किया गया है जो नौ देवी के रूपों में से एक हैं। माँ दुर्गा का यह प्रसिद्ध सिद्धपीठ सुरकंडा देवी मंदिर उत्तराखंड के टिहरी जनपद में जौनुपर पट्टी के सुरकुट पर्वत पर स्थित हैं। आपको बता दें, सुरकंडा देवी का मंदिर टिहरी गढ़वाल के मशहूर पर्यटक स्थल धनौल्टी से सिर्फ 8 किलो मीटर की दूरी पर मौजूद है। अगर नवरात्रि के महीने में आप माँ दुर्गा के इस मंदिर में जाना चाहते हैं तो चलिए हम आपको बताते हैं आप यहां कैसे पहुंचे?
क्या ख़ास है इस मंदिर में?
आप सुरकंडा मां का मंदिर उत्तरखंड में बेहद लोकप्रिय मंदिर है।इस मंदिर की सबसे ख़ास बात यह है कि इस मंदिर से आप चारों धाम के दर्शन कर सकते हैं।यहां से बदरीनाथ, केदारनाथ, तुंगनाथ और नीलकंठ सहित कई पर्वत की खूबसूरत श्रृखलाएं दिखाई देती हैं। दरअसल, यह माता का यह मंदिर समुद्र से तकरीबन 3 हजार मीटर ऊंचाई पर है इस वजह यहां से बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री और यमनोत्री चारों धामों की पहाड़ियां दिखाई देती हैं.
किस मौसम में जाएं?
आप सुरकंडा मां के दरबार में साल के बारह महीने जा सकते हैं। हालांकि, पहाड़ी पर होने की वजह से साल के ज़्यादातर समय यह मंदिर कोहरे से ढका होता है। लेकिन बावजूद इसके नये साल के अवसर पर यहां बड़ी संख्या में भक्त पहुंचते हैं। अगर आप ठंड के मौसम में नहीं आना चाहते तो मई से अगस्त तक का मौसम बेहद अच्छा रहता है इसलिए आप इस मौसम में जा सकते हैं। यहाँ भजत्गन और यात्रियों के ठहरने के लिए धर्मशालाओं की सुविधा है।
कैसे पहुंचे सुरकंडा मंदिर?
- वायु मार्ग: सुरकंडा मंदिर पहुंचने के लिए सबसे नजदीकी हवाई अड्डा देहरादून में स्थित जौलीग्राट है। यहां से आपको बस या टैक्सी आसानी से मिल जाएगी।
- रेलमार्ग: यहां का सबसे नजदीक रेलवे स्टेशन ऋषिकेश, हरिद्वार और देहरादून है। स्टेशनों से आप बस या टैक्सी कर मंदिर तक पहुंच सकते हैं
- सड़क मार्ग: मां सुरकंडा मंदिर पहुंचने के लिए आप अपने प्राइवेट कैब या कार से भी जा सकते हैं।
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